छत्तीसगढ़ के महापौर और आयुक्तों ने इंदौर से लौटकर साझा किए स्वच्छता अनुभव, नवा रायपुर में कार्यशाला आज

रायपुर, 10 जुलाई 2025 — छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री एवं नगरीय प्रशासन और विकास मंत्री अरुण साव की अध्यक्षता में आज शाम 4 बजे नवा रायपुर स्थित विश्राम भवन में एक महत्वपूर्ण कार्यशाला आयोजित की जा रही है। यह कार्यशाला हाल ही में इंदौर के पांच दिवसीय अध्ययन दौरे से लौटे राज्य के सभी नगर निगमों के महापौरों और आयुक्तों द्वारा प्राप्त अनुभवों को साझा करने के लिए आयोजित की गई है।

कार्यशाला में इंदौर की बेस्ट प्रैक्टिसेस और नवाचारों के आधार पर छत्तीसगढ़ के शहरों को स्वच्छ, सुंदर और सुविधा संपन्न बनाने की रणनीतियों पर मंथन किया जाएगा। उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के स्वच्छ भारत मिशन के सपनों को साकार करना हमारा लक्ष्य है। इसके लिए हम निरंतर नवाचारों को अपनाते हुए कार्य कर रहे हैं।”

इंदौर से क्या सीखा छत्तीसगढ़ ने?

20 से 24 जून तक दो बैचों में इंदौर के अध्ययन भ्रमण पर गए महापौरों और आयुक्तों ने कई महत्वपूर्ण प्रणालियों का निरीक्षण किया, जिनमें शामिल हैं:

  • घर-घर कचरा संग्रहण व्यवस्था
  • आधुनिक कचरा ट्रांसफर स्टेशन
  • Reduce-Reuse-Recycle केंद्र
  • इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर
  • “311” शिकायत निवारण मोबाइल ऐप
  • बायोगैस संयंत्र और मटेरियल रिकवरी फैसिलिटी

उन्होंने इंदौर नगर निगम के अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों से संवाद कर गीले और सूखे कचरे के प्रसंस्करण की बारीकियों को समझा। इंदौर की सफाई व्यवस्था में जनभागीदारी और टेक्नोलॉजी के समावेश को विशेष रूप से सराहा गया।

नवाचारों से मिलेगी वित्तीय मजबूती

कार्यशाला में शहरी वित्तीय मॉडलों जैसे ग्रीन बॉन्ड, कार्बन क्रेडिट ट्रेडिंग, और यूज़र चार्जेस पर भी विचार-विमर्श किया जाएगा, जिससे नगरीय निकायों की वित्तीय स्थिति मजबूत की जा सके।

राज्य में लागू होंगी इंदौर की बेस्ट प्रैक्टिसेस

उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा, “हमें यह देखना है कि छत्तीसगढ़ के शहर देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर से क्या बेहतर कर सकते हैं। इंदौर के नवाचारों को अपनाकर हम अपने नगरों को देश में अग्रणी बना सकते हैं।”

कार्यशाला में राज्य के सभी नगर निगमों के महापौर और आयुक्त उपस्थित रहेंगे और भविष्य की योजनाओं, रणनीतियों और नीतियों पर व्यापक चर्चा करेंगे।