नई दिल्ली, 6 जुलाई 2025 — भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने रविवार को जानकारी दी कि गंगा पश्चिम बंगाल और आसपास के क्षेत्रों में बने ऊपरी हवा के चक्रवातीय परिसंचरण के प्रभाव से एक निम्न दबाव का क्षेत्र विकसित हुआ है। यह प्रणाली अब धीरे-धीरे पश्चिम-उत्तर पश्चिम दिशा में झारखंड और उत्तर छत्तीसगढ़ की ओर बढ़ेगी।
आईएमडी के अनुसार, यह चक्रवातीय परिसंचरण समुद्र तल से 7.6 किलोमीटर की ऊंचाई तक फैला हुआ है और ऊंचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम की ओर झुकाव दर्शाता है। इसके अगले 2 से 3 दिनों के भीतर धीरे-धीरे झारखंड और उत्तर छत्तीसगढ़ की ओर बढ़ने की संभावना है।
मौसम विभाग ने बताया, “उत्तर और पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी और उत्तर अंडमान सागर के ऊपर बिखरे से लेकर टूटे हुए निचले और मध्यम स्तर के बादल, जिनमें तीव्र से बहुत तीव्र संवहनीय गतिविधि (कन्वेक्शन) शामिल है, देखे गए हैं। वहीं, पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी और दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर भी बिखरे बादलों के साथ मध्यम से तीव्र संवहनीय गतिविधि देखी गई है।”
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, इस निम्न दबाव प्रणाली के कारण अगले कुछ दिनों में झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों में भारी बारिश और गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना बनी हुई है।
