रायपुर, 5 जुलाई 2025 — नवा रायपुर स्थित श्री रावतपुरा सरकार इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च को मेडिकल काउंसिल से मान्यता दिलाने के लिए 55 लाख रुपये की रिश्वत का मामला सामने आया है। केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने इस मामले में 6 आरोपियों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है, जिनमें 3 डॉक्टर, संस्था के अधिकारी और 3 बिचौलिए शामिल हैं।
CBI ने बुधवार को सभी आरोपियों को रायपुर की विशेष अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें रिमांड पर लेने की प्रक्रिया शुरू की गई है।
इंस्पेक्शन टीम को प्रभावित करने की कोशिश
प्राप्त जानकारी के अनुसार, कॉलेज प्रबंधन और बिचौलिए इंस्पेक्शन के लिए नियुक्त डॉक्टरों से संपर्क कर उन्हें प्रभावित करने की कोशिश कर रहे थे ताकि मेडिकल कॉलेज को मान्यता आसानी से मिल सके।
CBI को इस बारे में पहले से पुख्ता सूचना मिली थी, जिसके बाद पूर्व-नियोजित जाल बिछाकर सभी आरोपियों को बेंगलुरु में रिश्वत लेते वक्त रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया।
पूरे देश में छापेमारी
CBI ने सोमवार को कर्नाटक, राजस्थान, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और मध्यप्रदेश के 40 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की। इस दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल सबूत जब्त किए गए हैं।
CBI अधिकारियों ने बताया कि मेडिकल शिक्षा प्रणाली में व्याप्त भ्रष्टाचार की जड़ तक पहुंचने के लिए इस केस को बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपी इंस्पेक्शन प्रक्रिया को प्रभावित करने के लिए अलग-अलग रणनीति अपना रहे थे।
CBI की टीम अब भी इस मामले में तलाशी, पूछताछ और दस्तावेजी जांच कर रही है। आने वाले दिनों में और भी खुलासे होने की संभावना है।
