नई दिल्ली, 4 जुलाई 2025:
पूर्व भारतीय क्रिकेटर युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह ने कहा है कि भारत के युवा बल्लेबाज़ शुभमन गिल का इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में 269 रन पर आउट हो जाना ‘अपराध’ जैसा था। योगराज ने ANI से बातचीत में बताया कि गिल जिस लय में बल्लेबाज़ी कर रहे थे, उन्हें तिहरा शतक जरूर बनाना चाहिए था।
योगराज सिंह ने कहा, “जब शुभमन 200 पर बल्लेबाज़ी कर रहे थे, मैं चाहता था कि वो कम से कम 250 नाबाद रहें। लेकिन जब कोई बल्लेबाज़ इतने बड़े स्कोर के बाद आउट होता है, तो दुख होता है। युवराज भी यही महसूस कर रहे हैं। उन्होंने माना है कि इतने बड़े स्कोर के बाद आउट होना एक अपराध है। अगर आपके नाम के सामने ‘नाबाद’ लिखा हो तो आपकी गलतियां भी सुधर जाती हैं।”
योगराज ने उन आलोचकों को भी आड़े हाथों लिया जिन्होंने गिल की तकनीक पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा, “जो लोग क्रिकेट नहीं खेले हैं, उन्हें इस पर बात नहीं करनी चाहिए। शुभमन ने अपनी टॉप हैंड पर काफी मेहनत की है। युवराज ने खुद कहा है कि उसका दाहिना हाथ अब बेहतर हो गया है। उसने जिस तरह से कवर ड्राइव खेले हैं, वो परफेक्ट थे।”
योगराज ने बताया कि युवराज सिंह ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास के बाद युवाओं को प्रशिक्षण देना अपना लक्ष्य बना लिया है और शुभमन गिल, अभिषेक शर्मा और अर्शदीप सिंह जैसे खिलाड़ी युवराज के शिष्य रहे हैं।
उन्होंने कहा, “युवराज जानता है कि खिलाड़ियों को कैसे निखारा जाए। खिलाड़ी युवराज और गौतम गंभीर जैसे क्रिकेटरों से सीख सकते हैं। सचिन तेंदुलकर खुद को डांटते थे, सुनील गावस्कर नेट्स से बाहर निकल जाते थे अगर वो आउट हो जाते थे। यही आदतें उन्हें महान बनाती हैं। शुभमन बहुत कुछ हासिल कर सकता है – 300, 400… अगर ब्रायन लारा 500 बना सकते हैं, तो हम क्यों नहीं?”
योगराज सिंह ने शुभमन गिल के तकनीकी बदलावों की सराहना करते हुए कहा कि अगर वह इसी तरह खेलते रहे तो आने वाले समय में क्रिकेट इतिहास के सबसे बड़े बल्लेबाजों में उनका नाम लिया जाएगा।
