दुर्ग में ‘दिशा’ समिति की बैठक सम्पन्न: सांसद विजय बघेल ने पारदर्शिता और समयबद्धता पर दिया जोर

दुर्ग, 4 जुलाई 2025:
सांसद श्री विजय बघेल की अध्यक्षता में जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक जिला पंचायत सभाकक्ष में सम्पन्न हुई। बैठक में जिले में संचालित राज्य एवं केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गई।

श्री बघेल ने बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी विकास कार्य समयबद्ध, पारदर्शी और गुणवत्तापूर्ण हों। उन्होंने कहा कि “हमारा उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे और कोई भी पात्र व्यक्ति इससे वंचित न रहे।”

बैठक में पर्यावरण संरक्षण, जल प्रबंधन, स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, शहरी विकास और स्वच्छता जैसे विविध मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई। सांसद ने विशेष रूप से रेन वाटर हार्वेस्टिंग, वृक्षारोपण और सोखता निर्माण को लेकर जनजागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता बताई। उन्होंने सुझाव दिया कि जैसे एक वृक्ष मां के नाम पर लगाया जाता है, वैसे ही बच्चों के भविष्य के लिए एक सोखता बनाया जाए।

जिला पंचायत सीईओ श्री बजरंग दुबे ने बताया कि “मोर गांव मोर पानी” अभियान के अंतर्गत प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों द्वारा स्वप्रेरणा से 1716 सोखता (सोकपीट) बनाए गए हैं। साथ ही जल बहाव क्षेत्र में 300 सोखता निर्माण की योजना के अंतर्गत 75 का निर्माण पूर्ण हो चुका है।

स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा में सिकलसेल रोग पर विशेष जागरूकता अभियान और डॉक्टरों की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। जिले में वर्तमान में 6 डायलिसिस मशीनें उपलब्ध हैं, जो गंभीर मरीजों के लिए राहत का कार्य कर रही हैं।

महिला एवं बाल विकास विभाग की समीक्षा में आंगनबाड़ी भवनों की स्थिति पर चर्चा हुई। जिले में 1551 आंगनबाड़ी केंद्र हैं, जिनमें 25 भवन जर्जर स्थिति में हैं। सांसद ने निर्देश दिया कि जैसे ही नए भवनों की स्वीकृति मिले, पुराने भवनों को तोड़कर नए भवनों का निर्माण आरंभ किया जाए।

कृषि क्षेत्र में उन्होंने सूर्यमुखी जैसी वैकल्पिक फसलों को अपनाने के लिए किसानों को प्रेरित करने की बात कही, जिससे जल संरक्षण के साथ किसानों को अधिक मुनाफा मिल सके।

शहरी विकास और स्वच्छ भारत मिशन की समीक्षा में श्री बघेल ने विशेष रूप से भिलाई-चरोदा नगर निगम की कार्यप्रणाली पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने सुझाव दिया कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी शहरी क्षेत्रों की तरह घर-घर कचरा संग्रहण की व्यवस्था होनी चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि स्वच्छता दीदियों को उचित पारिश्रमिक मिले, इसके लिए प्रत्येक ग्रामीण परिवार से ₹20 मासिक शुल्क लिया जाए।

बैठक के अंत में सांसद श्री बघेल ने कहा कि “जनसेवा ही हमारा धर्म है। जब तक योजनाओं का लाभ अंतिम जरूरतमंद व्यक्ति तक नहीं पहुंचेगा, तब तक हमारा प्रयास अधूरा रहेगा।”

इस बैठक में कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह, विधायक श्री ललित चंद्राकर, विधायक श्री डोमनलाल कार्सेवाड़ा, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सरस्वती बंजारे, और नगर निगमों के आयुक्तों सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।