बलरामपुर, 4 जुलाई 2025 – छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा 30 जून से 7 जुलाई तक ‘अधिक गांव, अधिक जल’ अभियान के तहत जल संरक्षण सप्ताह मनाया जा रहा है। बलरामपुर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी नयनतारा सिंह तोमर ने ANI को इस अभियान की जानकारी देते हुए बताया कि इसका उद्देश्य स्थानीय स्तर पर जल जागरूकता बढ़ाना और ग्राम पंचायतों को जल सशक्त बनाना है।

इस अभियान को केंद्र सरकार की जल शक्ति मंत्रालय की प्रमुख पहल ‘जल शक्ति अभियान: कैच द रेन’ (JSA: CTR) के तहत क्रियान्वित किया जा रहा है, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2021 में शुरू किया था। इस वर्ष 2025 में जल शक्ति मंत्री सी. आर. पाटिल ने इसे नए रूप में 22 मार्च (विश्व जल दिवस) को “जल संचय जन भागीदारी – जन जागरूकता की ओर” थीम के साथ पुनः लॉन्च किया है। यह अभियान 22 मार्च से 30 नवम्बर 2025 तक संचालित किया जा रहा है।
अभियान के प्रमुख हस्तक्षेप:
- जल संरक्षण एवं वर्षा जल संचयन
- सभी जल स्रोतों का सर्वेक्षण, जियो टैगिंग एवं वैज्ञानिक योजना निर्माण
- प्रत्येक जिले में जल शक्ति केंद्र की स्थापना
- व्यापक वृक्षारोपण अभियान
- जन जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन
जल संरक्षण में अग्रणी जिला बना खंडवा
इस अवसर पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि खंडवा जिला ने जल संरक्षण में देशभर में उत्कृष्ट कार्य किया है और भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय द्वारा इसे मान्यता भी दी गई है। उन्होंने बताया कि जल के प्रति लोगों की जागरूकता में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जो सकारात्मक परिवर्तन का संकेत है।
छत्तीसगढ़ में भी विभिन्न जिलों में जल स्रोतों की मरम्मत, नए जल संरचनाओं का निर्माण, जल रिचार्ज संरचनाओं की स्थापना और जन जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से जल संरक्षण की दिशा में निरंतर कार्य किया जा रहा है।
जन भागीदारी से ही बनेगा ‘जल समृद्ध भारत’
नयनतारा सिंह तोमर ने कहा कि “यह अभियान सामुदायिक सहभागिता के बिना सफल नहीं हो सकता। जल संरक्षण को जन आंदोलन बनाने की दिशा में यह एक अहम कदम है।”
छत्तीसगढ़ सरकार की यह पहल न केवल राज्य में जल संकट को कम करने में सहायक होगी, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए सुरक्षित जल भविष्य की नींव भी रखेगी।
