2.13 करोड़ की चिटफंड ठगी में छह साल से फरार आरोपी विक्रम सिंह सोनालिया गिरफ्तार

बलौदाबाजार, 3 जुलाई 2025।
छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में चिटफंड से जुड़ी बड़ी धोखाधड़ी के एक मामले में पुलिस को अहम सफलता हाथ लगी है। बीएन गोल्ड रियल स्टेट एंड एलाईड लिमिटेड नामक चिटफंड कंपनी के डायरेक्टर विक्रम सिंह सोनालिया को छह साल बाद गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।

आरोपी पर वर्ष 2018 में दर्ज ठगी के बड़े मामले में 311 निवेशकों से 2.13 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप है। यह कार्रवाई एसपी भावना गुप्ता के विशेष निर्देश पर की गई, जिनके मार्गदर्शन में पुलिस टीम ने सघन जांच और ट्रेसिंग के बाद आरोपी को गिरफ्तार किया।

शिकायत से लेकर गिरफ्तारी तक:

मामले की शुरुआत 11 मार्च 2018 को ग्राम केसला निवासी उदय सिंह मरावी की शिकायत से हुई थी। उन्होंने करहीबाजार पुलिस चौकी में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि बीएन गोल्ड रियल स्टेट एंड एलाईड लिमिटेड कंपनी ने साल 2010 से लुभावनी स्कीमों के ज़रिए पैसा इकट्ठा करना शुरू किया।
कंपनी ने बांड पेपर देकर निवेशकों से 2,13,10,930 रुपये जमा किए और फिर डायरेक्टर फरार हो गए।

मामले में धारा 420, 34 भादवि, चिट्स एंड मनी सर्कुलेशन स्कीम्स (बैनिंग) एक्ट की धारा 3 और 4, तथा निवेशक संरक्षण अधिनियम 2005 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर कार्रवाई की गई।

अब तक इस केस में 8 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं जिनमें –
सचिन डामोर, गुरविंदर सिंह संधु उर्फ जीएस संधु, विपिन सिंह यादव, विनय कुमार भारती, विकास भारती, अनिल कुमार शर्मा, बलजीत संधु और संदीप सोंध शामिल हैं।

टीम की सराहनीय भूमिका:

आरोपी विक्रम सिंह सोनालिया को ग्राम मुगली, थाना आस्टा, जिला सिहोर (मध्यप्रदेश) से गिरफ्तार किया गया।
इसमें चौकी प्रभारी एएसआई राजेन्द्र पाटिल, प्रधान आरक्षक सत्यप्रकाश मरावी, आरक्षक यशवंत यादव, टिकेश्वर गायकवाड़ और खुमान सिंह साहू की विशेष भूमिका रही।

पुलिस की इस कार्रवाई से निवेशकों को न्याय की नई उम्मीद जगी है। पुलिस अब अन्य पीड़ित निवेशकों से संपर्क कर आगे की कानूनी प्रक्रिया और वसूली की तैयारी कर रही है।