छत्तीसगढ़ में खनिज क्षेत्र में नई उड़ान: चूना पत्थर, लौह अयस्क और बॉक्साइट ब्लॉकों की ई-नीलामी शुरू

रायपुर, 01 जुलाई 2025:
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के मार्गदर्शन में छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य की खनिज संपदा के वाणिज्यिक दोहन को बढ़ावा देने और औद्योगिक निवेश को आकर्षित करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। चूना पत्थर, लौह अयस्क और बॉक्साइट खनिज के नए ब्लॉकों की ई-नीलामी प्रक्रिया आज से प्रारंभ हो गई है। इस संबंध में नवा रायपुर अटल नगर में निवेशकों के लिए प्री-बिड सम्मेलन का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री के सचिव एवं खनिज सचिव श्री पी. दयानंद ने कहा कि छत्तीसगढ़ की नई खनिज और उद्योग नीति ने खनिज आधारित उद्योगों के विकास के लिए अत्यंत अनुकूल वातावरण तैयार किया है। राज्य में खनिज संसाधनों की प्रचुरता को देखते हुए यह क्षेत्र औद्योगिक विकास और स्थानीय रोजगार सृजन का मुख्य आधार बन सकता है।

उन्होंने बताया कि अब तक राज्य में 51 खनिज ब्लॉकों की सफल नीलामी हो चुकी है और अब 9 नए खनिज ब्लॉकों की नीलामी की जा रही है, जिनमें 4 चूना पत्थर, 2 लौह अयस्क और 3 बॉक्साइट ब्लॉक शामिल हैं। बलौदाबाजार, सूरजपुर और बलरामपुर जिलों में 200 मिलियन टन से अधिक चूना पत्थर के भंडार मौजूद हैं, जिनमें औसतन 42% से अधिक कैल्शियम ऑक्साइड पाया गया है।

खनिज सचिव ने यह भी बताया कि खनिज अन्वेषण की गुणवत्ता सुनिश्चित करने हेतु सोनाखान भवन में ड्रिल कोर लाइब्रेरी की स्थापना की जा रही है, जबकि विभिन्न खनिज समूहों पर अनुसंधान हेतु स्पेशल टास्क फोर्स भी सक्रिय है।

खनिज विभाग के संचालक श्री रजत बंसल ने ई-नीलामी प्रक्रिया की तकनीकी जानकारी देते हुए बताया कि निविदा पोर्टल पर सभी ब्लॉकों की जानकारी ऑनलाइन उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि राज्य के प्रस्तावित खनिज क्षेत्रों में मजबूत आधारभूत ढांचा (रेलवे और सड़कें), स्थानीय श्रमबल और भौगोलिक अनुकूलता जैसी विशेषताएं उद्योगों के लिए लाभदायक सिद्ध होंगी।

प्रत्येक क्षेत्र में 3 से 4 मिलियन टन वार्षिक उत्पादन क्षमता वाले उद्योगों की स्थापना संभव है, जिससे स्थानीय स्तर पर व्यापक रोजगार के अवसर सृजित होंगे।

इस कार्यक्रम में भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के उप महानिदेशक श्री अमित धारवाड़कर, संयुक्त संचालक श्री अनुराग दीवान, श्री संजय कनकाने, विभिन्न निवेशक, भूवैज्ञानिक, उद्योग प्रतिनिधि और खनिज एवं उद्योग विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।