बिलासपुर, 30 जून 2025।
आज बिलासपुर के दयालबंद स्थित महारानी लक्ष्मीबाई (आत्मानंद) हायर सेकेंडरी स्कूल में शाला विकास समिति की बैठक का आयोजन किया गया। इस अवसर पर स्कूल विकास से जुड़े कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की गई। बैठक के उपरांत विद्यालय परिसर में वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया।
इसके बाद विद्यालय में शाला प्रवेश उत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें नवप्रवेशित छात्राओं का पारंपरिक रूप से तिलक लगाकर, मुंह मीठा कराकर एवं पुस्तक वितरण के माध्यम से स्वागत किया गया। यह कार्यक्रम बच्चों के मनोबल को ऊंचा करने और शिक्षा के प्रति प्रेरित करने हेतु विशेष रूप से आयोजित किया गया था।
🎉 जोन-5 कार्यालय उद्घाटन में रहा जनसैलाब
शाला कार्यक्रम के पश्चात भाजपा के नवनियुक्त जोन क्रमांक 5 के अध्यक्ष भाई रंगा नादम जी के कार्यालय उद्घाटन समारोह में विशिष्टजन बड़ी संख्या में शामिल हुए। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे पूर्व मंत्री एवं बिलासपुर विधायक श्री अमर अग्रवाल (अमर भैया)।
इस विशेष अवसर पर उपस्थित गणमान्य अतिथियों में शामिल थे:
- महापौर श्रीमती पूजा विधानी जी
- सभापति श्री विनोद सोनी जी
- MIC सदस्य श्री बंधु मौर्य, विजय ताम्रकार
- पार्षदगण: श्री रंगा नादम, श्री आशीष गुप्ता, श्री अमित तिवारी
- मध्य मंडल अध्यक्ष भाई देवेंद्र पाठक
- श्रीकांत सहारे, दीपक साहू, आनंद तिवारी, प्रशांत घोरे, राकेश सिंह ठाकुर, उमेश पांडेय सहित अन्य भाजपा कार्यकर्ता।
🗣️ भाजपा जिला महामंत्री योगेश जी का संदेश
भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के जिला महामंत्री योगेश जी ने कहा कि
“विद्यालयों में शिक्षा के साथ-साथ पर्यावरण व संस्कृति से बच्चों को जोड़ना आवश्यक है। साथ ही पार्टी संगठन को मजबूत करने के लिए कार्यकर्ताओं का जोश और भागीदारी अत्यंत सराहनीय है।”
📌 समारोहों की विशेषताएं:
- शाला विकास की रणनीतियों पर चर्चा
- छात्राओं का पारंपरिक स्वागत
- वृक्षारोपण के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का संदेश
- भाजपा संगठन के विस्तार के लिए नवनियुक्त जोन अध्यक्ष का कार्यालय शुभारंभ
- वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति ने कार्यक्रम को भव्य बनाया
✅ निष्कर्ष:
आज का दिन बिलासपुर में शिक्षा, संगठन और सेवा कार्यों के उत्कृष्ट समन्वय का प्रतीक बना। जहां एक ओर विद्यालयों में बच्चों के स्वागत से शिक्षा को प्रोत्साहन मिला, वहीं दूसरी ओर भाजपा के संगठनात्मक मजबूती का परिचय भी देखने को मिला।
