वरिष्ठ आईएएस अधिकारी राजेश कुमार बने महाराष्ट्र के नये मुख्य सचिव, सुजाता सौनिक की जगह ली जिम्मेदारी

मुंबई, 30 जून 2025।
महाराष्ट्र सरकार ने वरिष्ठ भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी राजेश कुमार को राज्य का नया मुख्य सचिव नियुक्त किया है। उन्होंने सोमवार को औपचारिक रूप से पदभार ग्रहण कर लिया। वे 1988 बैच के आईएएस अधिकारी हैं और इससे पहले वे अतिरिक्त मुख्य सचिव (राजस्व), पंजीकरण और स्टाम्प शुल्क के पद पर कार्यरत थे। उन्होंने सुपर एनुएशन पर सेवानिवृत्त हुईं सुजाता सौनिक की जगह यह जिम्मेदारी संभाली है।

राजेश कुमार अब मुख्य सचिव के रूप में कार्य करते हुए अपने वर्तमान विभागीय कार्यों — राजस्व और वन विभाग में अतिरिक्त मुख्य सचिव के दायित्वों का भी निर्वहन करते रहेंगे।


लंबा और प्रभावशाली प्रशासनिक अनुभव

राजेश कुमार के पास प्रशासनिक सेवाओं का विस्तृत अनुभव है। अपने करियर के दौरान उन्होंने महाराष्ट्र के विभिन्न जिलों में महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है। वे बीड जिला परिषद के सीईओ, धाराशिव और जलगांव के कलेक्टर जैसे पदों पर कार्य कर चुके हैं। वर्ष 2020 से वे राजस्व विभाग में अतिरिक्त मुख्य सचिव के रूप में सेवाएं दे रहे थे और प्रशासनिक कार्यकुशलता के लिए चर्चित रहे हैं।


अगस्त 2025 में होंगे सेवानिवृत्त

राजेश कुमार का प्रशासनिक कार्यकाल अब अंतिम चरण में है। वे 31 अगस्त 2025 को सेवानिवृत्त होंगे। ऐसे में वे लगभग दो महीनों तक राज्य के मुख्य सचिव के रूप में कार्य करेंगे। हालांकि कार्यकाल छोटा हो सकता है, लेकिन उनकी नियुक्ति को अनुभव आधारित प्रशासनिक स्थिरता के दृष्टिकोण से अहम माना जा रहा है।


सुजाता सौनिक का उल्लेखनीय कार्यकाल समाप्त

पूर्व मुख्य सचिव सुजाता सौनिक का कार्यकाल भी राज्य की नौकरशाही में सशक्त महिला नेतृत्व का प्रतीक रहा। वे महाराष्ट्र की पहली महिला मुख्य सचिव बनी थीं और अपने कार्यकाल में उन्होंने प्रशासनिक पारदर्शिता और महिला सशक्तिकरण पर विशेष बल दिया।


निष्कर्ष:

राजेश कुमार जैसे अनुभवी अधिकारी का राज्य का मुख्य सचिव बनना प्रशासन में अनुभव और निरंतरता को सुनिश्चित करता है। राज्य सरकार को आगामी दिनों में कई नीतिगत और प्रशासनिक फैसलों को लागू करना है, ऐसे में राजेश कुमार की नियुक्ति को एक संतुलित और रणनीतिक निर्णय के रूप में देखा जा रहा है।