रायपुर, 30 जून 2025। छत्तीसगढ़ शासन के मुख्य सचिव अमिताभ जैन आज अपने पद से सेवानिवृत्त हो गए। इस अवसर पर राज्यपाल रमेन डेका ने राजभवन में उनसे सौजन्य भेंट की और उन्हें उज्ज्वल भविष्य एवं सुखद जीवन के लिए शुभकामनाएं दीं। अमिताभ जैन ने अपने कार्यकाल में छत्तीसगढ़ प्रशासन के उच्चतम पद पर रहते हुए राज्य के विकास में अहम भूमिका निभाई।
एक प्रशासनिक युग का समापन
अमिताभ जैन 30 नवंबर 2020 को छत्तीसगढ़ के 12वें मुख्य सचिव नियुक्त किए गए थे। वे 1989 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। उनका जन्म 21 जून 1965 को दुर्ग में हुआ था। स्कूली शिक्षा बालोद जिले के दल्ली राजहरा से ली और 11वीं बोर्ड में वे अविभाजित मध्यप्रदेश के टॉपर रहे। उन्होंने भोपाल से मैकेनिकल इंजीनियरिंग और दिल्ली IIT से एमटेक की डिग्री प्राप्त की।
प्रशासनिक करियर की शुरुआत जबलपुर से
उन्होंने अपना प्रशासनिक करियर जून 1990 में असिस्टेंट कलेक्टर, जबलपुर के रूप में शुरू किया। मध्यप्रदेश में नीमच, बैकुंठपुर, ग्वालियर, राजगढ़, छतरपुर और होशंगाबाद जिलों में कलेक्टर के रूप में कार्य किया।
छत्तीसगढ़ में कई जिम्मेदारियां संभालीं
छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद उन्होंने रायपुर और बिलासपुर जिलों के कलेक्टर के रूप में कार्य किया। शासन में सचिव, प्रमुख सचिव और अपर मुख्य सचिव जैसे पदों पर रहते हुए उन्होंने वित्त, वन, उद्योग, पीडब्ल्यूडी, जीएसटी, जेल, जल संसाधन, परिवहन सहित कई महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी संभाली।
केंद्रीय सेवाओं में भी निभाई अहम भूमिका
अमिताभ जैन ने भारत सरकार में वाणिज्य मंत्रालय में डायरेक्टर/संयुक्त सचिव और लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग में मिनिस्टर (इकनॉमिक) के रूप में 7 वर्षों की प्रतिनियुक्ति भी पूरी की। उनकी कार्यशैली और दक्षता के लिए उन्हें शासन-प्रशासन में एक मृदुभाषी, दक्ष और अनुशासित अधिकारी के रूप में जाना जाता है।
उनकी सेवानिवृत्ति के साथ ही छत्तीसगढ़ प्रशासन के एक विशाल अनुभव वाले अधिकारी का कार्यकाल समाप्त हुआ, जिसकी भरपाई आसान नहीं होगी।
