रायपुर, 30 जून 2025। छत्तीसगढ़ की राजनीति उस समय गरमा गई जब कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज का मोबाइल फोन राजधानी रायपुर स्थित राजीव भवन से चोरी हो गया। यह घटना तब हुई जब श्री बैज NSUI (नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया) की एक अहम बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
बैठक में कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की प्रस्तावित रैली की तैयारियों को लेकर रणनीति बनाई जा रही थी। उसी दौरान अचानक दीपक बैज का मोबाइल गायब हो गया, जिससे कांग्रेस के गलियारों में सुरक्षा और संभावित साजिश को लेकर चिंता बढ़ गई।
राजीव भवन में घटी घटना से मचा हड़कंप
सूत्रों के अनुसार, चोरी एक भीड़भरे कमरे में सक्रिय बातचीत के दौरान हुई। पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं ने इसे सुरक्षा व्यवस्था की चूक करार दिया है।
घटना के तुरंत बाद खम्हारदिह थाना में शिकायत दर्ज कराई गई। थाना प्रभारी ने मौके पर पहुंचकर राजीव भवन के CCTV फुटेज और अन्य सुरागों की जांच शुरू कर दी है।
बीजेपी नेता केदार कश्यप का बयान बना विवाद का कारण
इस घटना को राजनीतिक रंग उस समय मिला जब छत्तीसगढ़ के वन मंत्री और वरिष्ठ बीजेपी नेता केदार कश्यप ने बयान दिया कि,
“दीपक बैज को बताना चाहिए कि उनके फोन में ऐसा क्या था, जिसे जानने के लिए शायद उनके अपने ही पार्टी के लोग उत्सुक थे। अगर उन्हें लगता है कि इसके पीछे भूपेश बघेल, टीएस सिंहदेव या कांग्रेस का कोई और नेता है, तो हमारी सरकार पूरी जांच में सहयोग देगी।”
उनके इस बयान से यह संकेत मिल रहे हैं कि घटना किसी अंदरूनी साजिश का हिस्सा हो सकती है, जिससे कांग्रेस के आंतरिक मतभेद और गुटबाजी एक बार फिर सुर्खियों में आ गई है।
कांग्रेस में अंदरूनी कलह की आशंका
हाल के महीनों में छत्तीसगढ़ कांग्रेस में भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव के बीच खींचतान की खबरें लगातार सामने आई हैं। ऐसे में एक वरिष्ठ नेता का फोन चोरी होना, वह भी पार्टी कार्यालय में, कई सवाल खड़े करता है।
अब देखना होगा कि पुलिस जांच क्या निष्कर्ष लेकर आती है और क्या यह मामला सिर्फ मोबाइल चोरी का है या इसके पीछे कोई बड़ा सियासी खेल चल रहा है।
