छत्तीसगढ़ में BEML की 100 एकड़ में खनन उपकरण निर्माण इकाई स्थापित होगी

रायपुर, 28 जून 2025: बीईएमएल लिमिटेड के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक श्री शांतनु रॉय ने आज रायपुर में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से मुलाकात कर छत्तीसगढ़ में कंपनी की औद्योगिक पहलों की समीक्षा की। इस दौरान रक्षा, अवसंरचना और खनन क्षेत्रों में बीईएमएल की विस्तार योजनाओं पर चर्चा हुई। बैठक में छत्तीसगढ़ सरकार ने बीईएमएल की भूमिका को मजबूती से समर्थन देने की प्रतिबद्धता दोहराई।

राज्य सरकार ने बीईएमएल को 100 एकड़ भूमि आवंटित की है, जहां खनन उपकरण निर्माण की उन्नत इकाई स्थापित की जाएगी। यह पहल आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत स्थानीय रोज़गार, कौशल विकास और स्वदेशी निर्माण को बढ़ावा देने के लिए की जा रही है। इसके अंतर्गत सेंट्रल इंडिया के मिनरल बेल्ट को आधुनिक खनन मशीनरी की आपूर्ति की जाएगी और एक मज़बूत वेंडर ईकोसिस्टम का निर्माण किया जाएगा।

बिलासपुर में सेंट्रल वेयरहाउसिंग सेंटर का शिलान्यास

बिलासपुर में सेंट्रल वेयरहाउसिंग सेंटर का शिलान्यास भी श्री शांतनु रॉय ने किया। इस अवसर पर एसईसीएल के सीएमडी श्री हरीश दुहान, बीईएमएल के निदेशक (वित्त) श्री अनिल जेरथ और निदेशक (माइनिंग एंड कंस्ट्रक्शन) श्री संजय सोम उपस्थित रहे।

यह अत्याधुनिक वेयरहाउस बारकोड आधारित इन्वेंट्री सिस्टम से सुसज्जित होगा, जो 24 से 48 घंटे के भीतर आवश्यक स्पेयर पार्ट्स की डिलीवरी सुनिश्चित करेगा। इससे बीईएमएल की आफ्टर-सेल्स सर्विस और परिचालन क्षमता में वृद्धि होगी।

राष्ट्रीय आपूर्ति श्रृंखला में मिलेगा नया केंद्र

यह वेयरहाउस रक्षा और एयरोस्पेस, रेल और मेट्रो, तथा खनन एवं निर्माण जैसे बीईएमएल के मुख्य क्षेत्रों में लॉजिस्टिक्स नेटवर्क को मजबूत करेगा और इसे राष्ट्रीय सार्वजनिक क्षेत्र की आपूर्ति श्रृंखला में एक केंद्रीय केंद्र के रूप में स्थापित करेगा।

श्री शांतनु रॉय ने कहा कि ये परियोजनाएं बीईएमएल की विकेन्द्रीकृत संचालन रणनीति को मजबूती प्रदान करेंगी, छत्तीसगढ़ के आर्थिक विकास में योगदान देंगी और स्थानीय समुदायों के लिए आजीविका के अवसर सृजित करेंगी। उन्होंने राज्य सरकार को भूमि आवंटन और आधारभूत ढांचे के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि ये प्रयास मध्य भारत के विकास को गति देंगे और राष्ट्रीय अधोसंरचना लक्ष्यों में अहम योगदान करेंगे।

बीईएमएल लिमिटेड, जो रक्षा मंत्रालय के अधीन एक ‘शेड्यूल-A’ सार्वजनिक उपक्रम है, का मुख्यालय बेंगलुरु में स्थित है और यह रक्षा, खनन, निर्माण तथा रेल और मेट्रो क्षेत्रों के लिए उन्नत उपकरणों का निर्माण करता है। इसके उत्पादन केंद्र बेंगलुरु, कोलार गोल्ड फील्ड्स, मैसूर और पालक्कड़ में स्थित हैं।