भारतीय शेयर बाजार लगातार चौथे सत्र में चढ़ा, सेंसेक्स 303 अंकों की बढ़त के साथ 84,058 पर बंद

मुंबई, 27 जून 2025। भारतीय शेयर बाजार ने शुक्रवार को लगातार चौथे कारोबारी सत्र में मजबूती दर्ज की। सेंसेक्स 303 अंक (0.36%) की बढ़त के साथ 84,058.90 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 50 89 अंक (0.35%) बढ़कर 25,637.80 पर बंद हुआ।

बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी क्रमशः 0.38% और 0.54% की बढ़त देखी गई। इस सप्ताह बाजार ने कुल मिलाकर लगभग ₹12 लाख करोड़ की संपत्ति निवेशकों को दी, जिससे बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण ₹460 लाख करोड़ तक पहुंच गया।

चार सत्रों में करीब 3% की बढ़त

सेंसेक्स ने पिछले चार सत्रों में कुल 2,162 अंकों (लगभग 3%) की बढ़त दर्ज की है। निफ्टी भी लगभग 3% चढ़ा है। वर्तमान में निफ्टी अपने ऑल टाइम हाई 26,277.35 से केवल 640 अंक (2.4%), जबकि सेंसेक्स 85,978.25 के रिकॉर्ड स्तर से 1,919 अंक (2.2%) दूर है।


बाजार में तेजी के प्रमुख 5 कारण

1. पश्चिम एशिया में तनाव में कमी:
ईरान और इज़राइल के बीच संघर्षविराम ने वैश्विक बाजारों में राहत दी, जिससे कच्चे तेल की कीमतों में स्थिरता आई और भारत जैसे आयातक देशों को फायदा हुआ।

2. भारत-अमेरिका व्यापार समझौते को लेकर आशाएं:
9 जुलाई की समयसीमा से पहले दोनों देशों के बीच एक बड़े व्यापार समझौते की उम्मीदें बढ़ गई हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा है कि एक “बहुत बड़ा व्यापार समझौता” जल्द हो सकता है।

3. डॉलर की कमजोरी और रुपये की मजबूती:
डॉलर इंडेक्स अपने 52-सप्ताह के निचले स्तर 97 के करीब है। वहीं, भारतीय रुपया इस सप्ताह 1.3% मजबूत होकर 85.48 प्रति डॉलर पर बंद हुआ, जो जनवरी 2023 के बाद से सबसे अच्छी साप्ताहिक बढ़त है।

4. मजबूत घरेलू आर्थिक आधार और मानसून की उम्मीद:
भारत की विकास दर, अवसरों की वृद्धि, और अच्छे मानसून की उम्मीदों ने निवेशकों को घरेलू कंपनियों में निवेश के लिए प्रेरित किया। विशेषज्ञों के अनुसार आगामी कॉरपोरेट अर्निंग्स भी बेहतर हो सकते हैं।

5. तकनीकी मजबूती:
निफ्टी ने 25,300/82,700 के महत्वपूर्ण रेजिस्टेंस लेवल को पार किया है। तकनीकी विश्लेषकों के अनुसार यह तेजी 26,000/84,800 तक जारी रह सकती है जब तक बाजार इन स्तरों से ऊपर बना रहता है।


निष्कर्ष:
बाजार में जारी तेजी का कारण केवल वैश्विक सुधार नहीं, बल्कि भारत की मजबूत आर्थिक स्थिति, व्यापारिक अवसर, निवेशकों की धारणा और तकनीकी संकेतक हैं। विशेषज्ञ मानते हैं कि यदि यह रुझान जारी रहा, तो बाजार जल्द ही नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच सकता है।