छत्तीसगढ़ खेलों का नया केंद्र बन रहा, अंतरराष्ट्रीय पहचान की ओर बढ़ता प्रदेश

रायपुर, 26 जून 2025 – छत्तीसगढ़ सरकार की दूरदर्शी खेल नीति और विश्वस्तरीय अधोसंरचना के चलते राज्य आज राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खेल मानचित्र पर तेजी से अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहा है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में राज्य में खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहन देने और उन्हें मंच प्रदान करने की दिशा में कई प्रभावशाली पहलें की गई हैं।

राज्य के खिलाड़ी अब मैदानों से निकलकर सीधे मेडल पटल तक का सफर कम समय में तय कर पा रहे हैं। बैडमिंटन खिलाड़ी आकर्षी कश्यप इसका प्रमुख उदाहरण हैं, जिन्होंने राष्ट्रीय ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी छत्तीसगढ़ का परचम लहराया है।


🔷 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की मेज़बानी

राज्य के नवा रायपुर स्थित अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में पहली बार बीसीसीआई द्वारा दो अंतरराष्ट्रीय मैचों – भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका (दिसंबर) और भारत बनाम न्यूजीलैंड (जनवरी) – के आयोजन की घोषणा की गई है। इससे छत्तीसगढ़ को अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजनों का स्थायी ठिकाना बनने की दिशा में बड़ी पहचान मिलेगी।


🔷 ओलंपिक पदकों पर विशेष इनाम

मुख्यमंत्री श्री साय ने ऐलान किया है कि:

  • ओलंपिक स्वर्ण विजेता को ₹3 करोड़
  • रजत पदक विजेता को ₹2 करोड़
  • कांस्य पदक विजेता को ₹1 करोड़ दिए जाएंगे।

इससे पहले राज्य से क्रिकेट में राजेश चौहान, हॉकी में सबा अंजुम जैसे सितारों ने छत्तीसगढ़ को पहचान दिलाई। अब शशांक सिंह, अमनदीप, रेणुका यादव जैसे खिलाड़ी इस परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं।


🔷 प्रशिक्षण और अकादमियां

  • रायपुर स्थित तीरंदाजी और बालिका हॉकी अकादमी में 80 खिलाड़ियों को निःशुल्क प्रशिक्षण, आवास, भोजन और शिक्षा दी जा रही है।
  • गैर-आवासीय अकादमियों में 130+ खिलाड़ी विभिन्न खेलों में प्रशिक्षण ले रहे हैं।
  • बिलासपुर स्थित बहतराई केंद्र को केंद्र सरकार द्वारा स्टेट सेंटर ऑफ एक्सीलेंस घोषित किया गया है, जहां 180 खिलाड़ी सक्रिय हैं।
  • शिवतराई उपकेंद्र में 45 खिलाड़ी तीरंदाजी का गहन अभ्यास कर रहे हैं।

🔷 खेलो इंडिया और नेशनल गेम्स में सफलता

  • खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2024 (तमिलनाडु): 7 पदक
  • खेलो इंडिया पैरा गेम्स (दिल्ली): 7 पैरा खिलाड़ियों ने 5 पदक
  • खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 (बिहार): 14 पदक
  • नेशनल गेम्स 2023 (गोवा): 25 पदक (72 खिलाड़ी)
  • नेशनल गेम्स 2024 (उत्तराखंड): 16 पदक (58 खिलाड़ी)

🔷 खेल अधोसंरचना का विस्तार

  • रायगढ़ और कुनकुरी में इंटीग्रेटेड स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स
  • बलौदाबाजार में ₹14 करोड़ की लागत से इंडोर स्टेडियम
  • नवा रायपुर में स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स निर्माणाधीन
  • तिल्दा-नेवरा व मोपका में बहुद्देश्यीय हॉल
  • 8-लेन सिंथेटिक ट्रैक भी बन रहे हैं

राज्य के 33 जिलों में “खेलो इंडिया लघु केंद्र” स्थापित किए गए हैं, जहां हॉकी, तीरंदाजी, मलखंभ, कुश्ती, फुटबॉल जैसे खेलों में प्रशिक्षण दिया जा रहा है।


🔷 बस्तर ओलंपिक और ग्रामीण प्रतिभाएं

बस्तर ओलंपिक में 7 जिलों के 1.65 लाख+ खिलाड़ियों ने भाग लिया। इस आयोजन ने न केवल प्रतिभाओं को मंच दिया बल्कि बस्तर जैसे क्षेत्रों में खेलों को सामाजिक उत्सव का रूप दे दिया।


🔷 खिलाड़ियों का सम्मान और पुरस्कार

  • लंबे समय से लंबित खेल पुरस्कारों का वितरण कर 230 खिलाड़ियों को शहीद राजीव पांडेय, कौशल यादव, हनुमान सिंह, पंकज विक्रम, विनोद चौबे सम्मान दिए गए।
  • गुंडाधुर सम्मान और महाराजा प्रवीरचंद्र भंजदेव सम्मान से एक-एक खिलाड़ी को राज्य स्थापना दिवस पर सम्मानित किया गया।
  • पदक विजेता खिलाड़ियों को नकद पुरस्कार देकर प्रोत्साहित किया गया।

🔷 निष्कर्ष

छत्तीसगढ़ में खिलाड़ियों का सम्मान, अधोसंरचना का विकास, ग्रामीण प्रतिभाओं को तराशने, और राज्यस्तरीय से लेकर अंतरराष्ट्रीय आयोजन तक की नीतियों ने राज्य को खेलों के क्षेत्र में एक नई ऊंचाई दी है। यह विश्वास किया जा रहा है कि आने वाले समय में छत्तीसगढ़ राष्ट्रीय और वैश्विक खेल मानचित्र पर चमकदार उपस्थिति दर्ज कराएगा।