रायपुर, 26 जून 2025 – मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज अपने निवास कार्यालय में आयोजित आपातकाल स्मृति दिवस कार्यक्रम में कहा कि लोकतंत्र केवल एक शासन प्रणाली नहीं, बल्कि यह जीवन जीने की एक पद्धति है। उन्होंने कहा कि आज जो स्वतंत्रता हम अनुभव कर रहे हैं, उसके पीछे लोकतंत्र सेनानियों की यातनाएं, संघर्ष और कुर्बानियां हैं, जिन्हें हर पीढ़ी तक पहुँचाना हमारा कर्तव्य है।
मुख्यमंत्री ने लोकतंत्र विरोधी ताकतों से सतर्क रहने की अपील करते हुए कहा कि आपातकाल के समय स्वतंत्र भारत में ही लोकतंत्र की हत्या की गई। उन्होंने बताया कि उनके दिवंगत पिताजी श्री नरहरि प्रसाद साय भी उस समय 19 महीने जेल में बंद रहे और उस दौर की कहानियाँ आज भी रोंगटे खड़े कर देती हैं।
मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर लोकतंत्र सेनानियों को सम्मानित किया और श्री सच्चिदानंद उपासने द्वारा लिखित पुस्तक ‘वो 21 महीने: आपातकाल’ का विमोचन भी किया। उन्होंने कहा कि आपातकाल के दौरान कलाकारों की स्वतंत्रता भी छीनी गई थी। पार्श्व गायक किशोर कुमार द्वारा सरकारी गीत गाने से इनकार करने पर उनके गानों पर रोक लगा दी गई थी।
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि राज्य सरकार अब लोकतंत्र सेनानियों की अंत्येष्टि राजकीय सम्मान के साथ कराएगी और उनके परिजनों को ₹25,000 की सहायता राशि दी जाएगी। साथ ही विधानसभा में अधिनियम पारित कर यह सुनिश्चित किया गया है कि भविष्य में कोई भी सरकार इस सम्मान योजना को बंद न कर सके। उन्होंने बताया कि सम्मान राशि योजना को उनकी सरकार ने पुनः प्रारंभ किया है और पूर्व सरकार द्वारा रोकी गई बकाया राशि का भुगतान भी कर दिया गया है।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने भी इस अवसर पर कहा कि आपातकाल के 21 महीने देश के लोकतंत्र पर काले अध्याय थे, जहां संविधान की आत्मा को कुचलने का प्रयास किया गया। उन्होंने कहा कि यह हमारी जिम्मेदारी है कि आज की पीढ़ी को उस भयावह समय की सच्चाई बताई जाए।
कार्यक्रम में श्री पवन साय, लोकतंत्र सेनानी संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री सच्चिदानंद उपासने, उद्योग मंत्री श्री लखनलाल देवांगन, विधायक श्री मोतीलाल साहू, सीजीएमएससी अध्यक्ष श्री दीपक म्हस्के, नागरिक आपूर्ति निगम अध्यक्ष श्री संजय श्रीवास्तव, अल्पसंख्यक आयोग अध्यक्ष श्री अमरजीत छाबड़ा, रायपुर विकास प्राधिकरण अध्यक्ष श्री नंदकुमार साहू और लोकतंत्र सेनानी संघ के प्रदेश अध्यक्ष श्री दिवाकर तिवारी सहित अनेक लोकतंत्र सेनानी एवं उनके परिजन उपस्थित रहे।
