रायपुर में अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझी: मृतक को सीमेंट से ढककर पेटी में बंद कर फेंका, चार आरोपी गिरफ्तार

रायपुर, 26 जून 2025 — रायपुर के डी.डी.नगर थाना क्षेत्र स्थित इन्द्रप्रस्थ कॉलोनी के पीछे वंडरलैंड वॉटर पार्क के पास एक नाले के किनारे एक बंद टिन की पेटी में मिले शव के मामले में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने इस सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मृतक की पहचान किशोर पैकरा (58 वर्ष) निवासी आजाद चौक, हाण्डीपारा रायपुर के रूप में हुई है। हत्या के बाद शव को ट्रॉली बैग में भरकर टिन की पेटी में सीमेंट डालकर बंद किया गया था।

ऐसे हुआ हत्याकांड का खुलासा:

दिनांक 23 जून को लावारिस हालत में बदबूदार पेटी की सूचना मिलने पर डी.डी.नगर पुलिस और एंटी क्राइम व साइबर यूनिट की संयुक्त टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच की। पेटी खोलने पर अंदर लाल रंग के ट्रॉली बैग में बंधा हुआ एक पुरुष शव मिला। शव को पहचानने व हत्यारों की तलाश के लिए पुलिस की पांच अलग-अलग टीमों का गठन किया गया।

सीसीटीवी फुटेज, फॉरेंसिक सबूत और साइबर सेल की मदद से पुलिस को पता चला कि एक अल्टो कार में तीन पुरुष और एक महिला ने भारी पेटी को ले जाते देखा गया था। छानबीन के बाद शव को अंकित उपाध्याय और उसकी पत्नी शिवानी शर्मा द्वारा हत्या कर ठिकाने लगाने की पुष्टि हुई। दोनों हत्या के बाद दिल्ली भाग गए थे, लेकिन रायपुर पुलिस ने दिल्ली एयरपोर्ट से दोनों को गिरफ्तार कर लिया।

हत्या का कारण और पूरी साजिश:

पूछताछ में सामने आया कि आरोपी अंकित उपाध्याय पेशे से वकील है और मृतक किशोर पैकरा उसका पक्षकार था। पैसों और संपत्ति के विवाद में बार-बार पैसा मांगने से परेशान होकर आरोपी और उसकी पत्नी ने किशोर की हत्या की साजिश रची। इन्द्रप्रस्थ कॉलोनी में किराये का मकान लेकर 21 जून को गला घोंटकर और चाकू मारकर हत्या की गई। शव को सीमेंट डालकर पेटी में बंद किया गया और नाले के पास फेंक दिया गया।

आरोपियों की पहचान:

  1. अंकित उपाध्याय (31 वर्ष), पेशे से वकील, निवासी रायपुरा
  2. शिवानी शर्मा (24 वर्ष), पत्नी अंकित उपाध्याय
  3. विनय यदु (23 वर्ष), रायपुरा निवासी
  4. सूर्यकांत यदु (21 वर्ष), महादेव घाट निवासी

जब्त सामग्रियाँ:

  • हत्या में प्रयुक्त अल्टो कार (CG 04 B 7744)
  • दो दोपहिया वाहन (ईथर और इलेक्ट्रिक स्कूटर)
  • 5 मोबाइल फोन
  • हत्या में प्रयुक्त चाकू और टॉवेल

वरिष्ठ अधिकारियों की भूमिका:

इस केस को गंभीरता से लेते हुए आईजी अमरेश मिश्रा और एसएसपी डॉ. लाल उमेद सिंह के नेतृत्व में त्वरित कार्रवाई की गई। आरोपियों की गिरफ्तारी में शामिल पुलिस टीम को नकद इनाम देने की घोषणा भी की गई है।

यह मामला न केवल अपराध की गंभीरता को दर्शाता है बल्कि छत्तीसगढ़ पुलिस की त्वरित और कुशल कार्रवाई का भी उदाहरण है।