नई दिल्ली | 24 जून 2025
उत्तराखंड बीजेपी एक बड़े विवाद में फंस गई है, जब पार्टी के पूर्व विधायक सुरेश राठौर ने सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया कि उन्होंने अपनी पहली पत्नी से तलाक लिए बिना दूसरी शादी की है। यह खुलासा ऐसे समय में हुआ है जब राज्य में यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) लागू हो चुका है, जिसमें बहुविवाह (Polygamy) पर सख्त रोक है।
🔴 पार्टी ने भेजा कारण बताओ नोटिस
बीजेपी ने इस विवाद को गंभीरता से लेते हुए राठौर को 23 जून को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। यह नोटिस पार्टी के प्रदेश महामंत्री राजेन्द्र बिष्ट की ओर से जारी किया गया, जिसमें कहा गया कि:
“आपका अनैतिक आचरण, विशेष रूप से मीडिया और सोशल मीडिया के माध्यम से, पार्टी की सामाजिक और नैतिक छवि को बार-बार नुकसान पहुंचा रहा है। आपकी गतिविधियां पार्टी अनुशासन के दायरे में आती हैं।”
राठौर को 7 दिनों के भीतर जवाब देने के लिए कहा गया है।
🗣️ प्रेस कॉन्फ्रेंस में दूसरी शादी का किया ऐलान
सुरेश राठौर, जो 2022 तक हरिद्वार जिले की ज्वालापुर सीट से विधायक थे, ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्वीकार किया कि उन्होंने अभिनेत्री उर्मिला सनवार से शादी की है। लेकिन उन्होंने अब तक अपनी पहली पत्नी रविंद्र कौर से तलाक नहीं लिया है।
राठौर ने मीडिया से कहा:
“मैं मजबूरीवश इस रिश्ते को छिपा रहा था, लेकिन अब मैंने उर्मिला को अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार कर लिया है और सार्वजनिक घोषणा कर रहा हूं।”
🧾 UCC के तहत विवाद और विपक्ष का हमला
उत्तराखंड भारत का पहला राज्य है जिसने यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू किया है, जो सभी धर्मों के लिए समान विवाह कानूनों को लागू करता है और बहुविवाह को दंडनीय अपराध बनाता है। ऐसे में बीजेपी नेता का यह स्वीकारोक्ति पार्टी और सरकार के लिए बड़ी मुश्किल बन गया है।
कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा मेहरा दासौनी ने सवाल उठाया:
“UCC क्या सिर्फ विपक्षियों पर लागू होता है? जब बीजेपी का नेता खुलेआम कानून का उल्लंघन करता है तो सरकार चुप क्यों है?”
🔍 बीजेपी की प्रतिक्रिया और आंतरिक कार्रवाई
बीजेपी प्रवक्ता मणवीर सिंह चौहान ने पुष्टि की कि नोटिस जारी किया गया है और मामला अनुशासनहीनता के तहत देखा जा रहा है। उन्होंने कहा:
“चाहे वरिष्ठ हो या कनिष्ठ, बीजेपी में अनुशासनहीनता को बर्दाश्त नहीं किया जाता।”
राठौर ने हालांकि विवाह पर कोई टिप्पणी करने से इनकार किया, लेकिन कहा कि उन्हें “अवमाननापूर्ण शब्दों के इस्तेमाल” को लेकर नोटिस मिला है और वह पार्टी मंच पर जवाब देंगे।
📜 पार्टी में नाराजगी, अंतिम निर्णय जल्द
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, पार्टी नेतृत्व को इस शादी की जानकारी मीडिया और सोशल मीडिया के माध्यम से मिली। एक वरिष्ठ बीजेपी नेता ने कहा:
“यह उनका व्यक्तिगत मामला हो सकता है, लेकिन इस तरह प्रेस कॉन्फ्रेंस करना अनुचित था। अनुशासनात्मक समिति को मामला सौंपा गया है।”
गौरतलब है कि सुरेश राठौर ने 2017 में ज्वालापुर सीट से जीत दर्ज की थी, लेकिन 2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के रवि बहादुर से हार गए थे।
