वॉशिंगटन | 24 जून 2025
मध्य पूर्व में लगातार 12 दिनों से जारी तनाव और हिंसा के बीच ईरान और इज़राइल ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से प्रस्तावित संघर्षविराम को स्वीकार कर लिया है। हालांकि, यह फैसला दोनों देशों के बीच हुई तीव्र मिसाइलों की अंतिम बौछार के बाद आया, जिसने इलाके को और अधिक तनावपूर्ण बना दिया।
🔴 भारी हताहत: वैज्ञानिक सहित 9 ईरानी मारे गए, इज़राइल में 7 की मौत
ईरानी राज्य मीडिया के अनुसार, इज़राइल द्वारा किए गए हमलों में 9 ईरानी नागरिकों की मौत हुई, जिनमें एक परमाणु वैज्ञानिक भी शामिल था। वहीं ईरान की ओर से दागी गई एक मिसाइल इज़राइल के बीर शेवा शहर में एक रिहायशी इमारत पर गिरी, जिसमें 7 लोगों की जान चली गई।
🕊️ संघर्षविराम लागू, लेकिन ईरानी बयान में भ्रम
ईरानी राज्य टीवी ने बताया कि स्थानीय समयानुसार सुबह 7:30 बजे से युद्धविराम लागू हो गया है, लेकिन ईरानी अधिकारियों ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने कुछ घंटे पहले X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा:
“इस समय तक किसी संघर्षविराम या सैन्य कार्रवाई रोकने पर कोई समझौता नहीं हुआ है। यदि इज़राइली शासन हमारी जनता पर अवैध आक्रमण 4 बजे (तेहरान समय) तक रोक देता है, तो हम भी अपनी प्रतिक्रिया नहीं बढ़ाएंगे।”
अराघची ने कहा कि ईरान अपने सैन्य कदमों को बंद करने का अंतिम निर्णय बाद में लेगा।
🇺🇸 अमेरिकी हस्तक्षेप और निकासी अभियान
अमेरिका ने अब तक 400 अमेरिकी नागरिकों और अन्य लोगों को इज़राइल से बाहर निकाला है, और आने वाले दिनों में और निकासी की योजना बनाई जा रही है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा:
“हम जानते हैं कि अभी भी कई अमेरिकी नागरिक बाहर निकलना चाहते हैं, लेकिन एयरस्पेस पूरी तरह से सुरक्षित नहीं है।”
अब तक 27,000 से अधिक लोगों के साथ संपर्क स्थापित किया गया है, जिन्हें सुरक्षा व निकासी संबंधित जानकारी दी जा रही है।
🇮🇷 ईरानी राष्ट्रपति का बयान: “हम परमाणु हथियार नहीं चाहते”
ईरान के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति मसूद पेज़ेश्कियान ने कहा है कि उनका देश परमाणु हथियार हासिल करने की कोशिश नहीं कर रहा, बल्कि वह केवल अपने वैध अधिकारों की रक्षा कर रहा है।
संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद से टेलीफोन पर बातचीत में पेज़ेश्कियान ने कहा:
“ईरान को इस युद्ध में आत्मरक्षा के लिए मजबूर किया गया। हम नहीं चाहते कि फिर कभी युद्ध की स्थिति बने।”
🕵️♂️ यूरोपीय पर्यटक जासूसी के आरोप में गिरफ्तार
संघर्षविराम के बीच, ईरान के दक्षिणी प्रांत होर्मुज़गान में ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने एक यूरोपीय नागरिक को गिरफ्तार किया, जिस पर “संवेदनशील और सैन्य ठिकानों की जासूसी” करने का आरोप है। गार्ड्स ने कहा कि यह व्यक्ति पर्यटक के रूप में ईरान आया था, लेकिन सैन्य गतिविधियों की जानकारी इकट्ठा कर रहा था।
इससे पहले भी ईरानी मीडिया में इज़राइल के लिए जासूसी करने के आरोपों में कई गिरफ्तारियों की रिपोर्टें सामने आ चुकी हैं।
🔍 निष्कर्ष:
ईरान और इज़राइल के बीच 12 दिनों तक चले इस सैन्य संघर्ष ने क्षेत्रीय अस्थिरता और अंतरराष्ट्रीय चिंता को बढ़ा दिया। हालाँकि फिलहाल युद्धविराम लागू हो गया है, लेकिन भरोसे की कमी और जमीनी स्थिति को देखते हुए यह विराम कब तक कायम रहेगा, कहना मुश्किल है।
इस संघर्ष से यह भी स्पष्ट हुआ कि किसी भी भड़काऊ घटना में पूरा क्षेत्र चिंगारी से जल सकता है, और इसके लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय को स्थायी कूटनीतिक समाधान खोजने की आवश्यकता है।
