दुर्ग, छत्तीसगढ़ | 24 जून 2025
वैशाली नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत एक गंभीर मारपीट और जानलेवा हमले के मामले में पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया, जबकि चौथा आरोपी अब भी फरार है। पुलिस ने फरार आरोपी की चल-अचल संपत्ति जब्ती की कार्रवाई शुरू कर दी है।
📍 क्या है पूरा मामला?
प्रार्थिया स्नेहा चौबे, निवासी कैम्प-18 नंबर रोड, पाण्डेय मोहल्ला, वैशाली नगर, ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि 21 मई 2025 की रात करीब 10:30 बजे, उनके पति प्रदीप चौबे को शुभम यादव नामक युवक ने फोन कर घर के बाहर बुलाया। पैसे के लेन-देन को लेकर विवाद हुआ और शुभम यादव, दीपक नेपाली और रोशन सिंह उर्फ राजा ने मिलकर प्रदीप चौबे के साथ गाली-गलौज और मारपीट की।
शिकायत के अनुसार, शुभम यादव ने प्रदीप चौबे का गला दबाने और सिर दीवार में पटकने की कोशिश की, जिससे उनकी जान को खतरा हो गया। जब प्रार्थिया स्नेहा बीच-बचाव करने आईं तो आरोपियों ने उन्हें और उनके पति को जान से मारने की धमकी दी।
इस हमले के पीछे रामप्यारे यादव (शुभम का चाचा) का उकसावा था, जिसने तीनों युवकों को भेजा था। पुलिस के आने की सूचना पर आरोपी मौके से फरार हो गए।
📍 एफआईआर और गिरफ्तारियां
प्राप्त शिकायत पर थाना वैशाली नगर में अपराध क्रमांक 142/2025 दर्ज कर IPC की जगह भारतीय न्याय संहिता (BNS) की निम्न धाराएं लगाई गईं:
- धारा 296 – सार्वजनिक उपद्रव
- धारा 115(2) – हत्या का प्रयास
- धारा 351(3) – गंभीर चोट पहुंचाना
- धारा 109 – उकसाने की साजिश
- धारा 3(5) – अनुसूचित अपराध
गंभीर धाराओं को देखते हुए वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की।
- 22 मई को आरोपी शुभम यादव को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया।
- 23 जून को आरोपी रोशन सिंह उर्फ राजा और रामप्यारे यादव ने न्यायालय में आत्मसमर्पण किया, जिसके बाद उन्हें भी गिरफ्तार कर जेल भेजा गया।
📍 फरार आरोपी पर कुर्की की तैयारी
घटना का चौथा आरोपी दीपक नेपाली घटना के दिन से फरार है। पुलिस ने उसकी चल-अचल संपत्ति की कुर्की की कार्रवाई प्रारंभ कर दी है ताकि उसे जल्द गिरफ्तार किया जा सके।
📍 पुलिस टीम की सक्रिय भूमिका
इस पूरे प्रकरण में थाना वैशाली नगर पुलिस टीम की त्वरित और संवेदनशील कार्यवाही सराहनीय रही। पुलिस की तत्परता से आरोपियों को पकड़ने में सफलता मिली है और न्याय प्रक्रिया को गति दी गई है।
