दुर्ग, 24 जून 2025 — छत्तीसगढ़ शासन के संस्कृति विभाग के निर्देशानुसार 25 जून 2025 को दुर्ग जिले में “लोकतंत्र की हत्या – आपातकाल” विषय पर विभिन्न सांस्कृतिक, जनजागरूकता और स्मृति कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। यह आयोजन 1975 में लगाए गए आपातकाल की स्मृति में किया जा रहा है, जिसे भारतीय लोकतंत्र के लिए एक काले अध्याय के रूप में जाना जाता है।
लोक निर्माण विभाग सभागार में होगा मुख्य आयोजन
प्राप्त जानकारी के अनुसार, कार्यक्रम का आयोजन लोक निर्माण विभाग के सभागार में किया जाएगा। इस अवसर पर आपातकाल और संविधान के दमन पर केंद्रित फोटोग्राफ प्रदर्शनी, फिल्म प्रदर्शन, मीसाबंदियों (मीसा क़ानून के तहत जेल गए लोगों) एवं उनके परिजनों का सम्मान समारोह, परिचर्चा और संगोष्ठी आयोजित की जाएगी।
तिरंगा यात्रा और मशाल रैली का आयोजन
कार्यक्रम की खास बात यह होगी कि अपराह्न 4 बजे कलेक्ट्रेट परिसर दुर्ग से एक तिरंगा यात्रा/मशाल रैली निकाली जाएगी, जो लोक निर्माण विभाग के सभागार तक जाएगी। यह रैली लोकतंत्र और संविधान के प्रति जनजागरूकता एवं सम्मान को दर्शाने का प्रयास है।
प्रशासन ने सौंपी जिम्मेदारियाँ, सुरक्षा व्यवस्था सख्त
कलेक्टर श्री अभिजित सिंह ने कार्यक्रम के प्रभावी संचालन हेतु विभिन्न अधिकारियों को दायित्व सौंपे हैं:
- वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दुर्ग को संपूर्ण सुरक्षा व्यवस्था और पुलिस बल तैनाती का प्रभारी बनाया गया है।
- संयुक्त कलेक्टर श्रीमती शिल्ली थॉमस को कार्यक्रम की नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।
- नगर निगम आयुक्त दुर्ग को बैनर और आमंत्रण कार्ड की व्यवस्था का जिम्मा सौंपा गया है।
- जनसंपर्क विभाग को फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी की जिम्मेदारी दी गई है।
- जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा द्विभाषिक उद्घोषक और स्काउट/एनसीसी/एनएसएस विद्यार्थियों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी।
तकनीकी और लॉजिस्टिक तैयारियाँ भी पूरी
- एन.आई.सी. और चिप्स विभाग को फिल्म प्रदर्शन के लिए तकनीकी व्यवस्थाएँ (प्रोजेक्टर, इंटरनेट, ऑपरेटर) सुनिश्चित करनी है।
- खाद्य नियंत्रक को खानपान व्यवस्था,
- विद्युत वितरण कंपनी को बिजली आपूर्ति,
- यातायात पुलिस को वाहन पार्किंग व्यवस्था,
- महाविद्यालयों के प्राचार्य को स्काउट/एनसीसी/एनएसएस की भागीदारी
की जिम्मेदारी दी गई है।
कानून-व्यवस्था और गरिमा का रखा जाएगा विशेष ध्यान
कार्यक्रम के दौरान मजिस्ट्रेट ड्यूटी के लिए अनुविभागीय अधिकारी श्री उत्तम ध्रुव, तहसीलदार श्री प्रफुल्ल गुप्ता और अतिरिक्त तहसीलदार श्रीमती क्षमा यदु को तैनात किया गया है।
उद्यानिकी विभाग को फूल/माला और पुष्पगुच्छ की व्यवस्था का दायित्व दिया गया है।
मीसाबंदियों के सम्मान एवं संगोष्ठी का दायित्व जिला शिक्षा अधिकारी को सौंपा गया है।
लोकतंत्र के मूल्यों के प्रति जागरूकता का अभियान
इस आयोजन के माध्यम से शासन का उद्देश्य आपातकाल की स्मृतियों को जनता के सामने लाना, लोकतंत्र की महत्ता को रेखांकित करना और नागरिकों विशेषकर युवाओं में संवैधानिक मूल्यों के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। यह कार्यक्रम लोकतंत्र की मजबूती और नागरिक अधिकारों की रक्षा के लिए एक स्मरण और संकल्प का अवसर होगा।
