गुजरात, केरल, पंजाब और बंगाल उपचुनाव परिणाम: AAP, BJP और कांग्रेस ने अलग-अलग सीटों पर दर्ज की जीत

नई दिल्ली, 23 जून 2025:
देश के चार राज्यों में हुए उपचुनावों के नतीजे सोमवार को घोषित किए गए। गुजरात, केरल, पंजाब और पश्चिम बंगाल की कुल पांच विधानसभा सीटों पर 19 जून को मतदान हुआ था, जिनकी मतगणना आज सुबह शुरू हुई। परिणामों में आम आदमी पार्टी (AAP), भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (UDF) ने अपनी-अपनी सीटों पर जीत दर्ज की है।


🏆 गुजरात में AAP और BJP को एक-एक सीट

  • विसावदर सीट (Visavadar):
    आम आदमी पार्टी के नेता गोपाल इटालिया ने इस सीट पर जीत हासिल की। यह AAP के लिए गुजरात में एक बड़ी राजनीतिक सफलता मानी जा रही है।
  • कडी सीट (Kadi):
    भारतीय जनता पार्टी के राजेन्द्र चावड़ा ने कडी सीट पर जीत दर्ज की।

🌾 केरल की नीलांबूर सीट पर कांग्रेस की जीत

  • नीलांबूर सीट (Nilambur):
    कांग्रेस के उम्मीदवार आर्यादन शौकथ ने जीत दर्ज की। यह सीट कांग्रेस के नेतृत्व वाले UDF के पास रही।
    इस जीत पर कांग्रेस महासचिव और वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने पार्टी कार्यकर्ताओं को बधाई देते हुए कहा: “हम एक टीम की तरह काम करते हैं, और यही इस जीत का सबसे बड़ा सबक है। यह जीत आर्यादन शौकथ की प्रतिबद्धता और सेवा का प्रमाण है।”

✈️ पंजाब की लुधियाना वेस्ट सीट पर AAP की जीत

  • आम आदमी पार्टी के संजीव अरोड़ा लुधियाना वेस्ट उपचुनाव में विजयी रहे।
    AAP के पंजाब प्रभारी मनीष सिसोदिया ने इसे पार्टी के लिए “सेमीफाइनल में जीत” करार दिया और कहा: “पंजाब की जनता ने भगवंत मान सरकार के कार्यों पर अपनी मुहर लगाई है। अब 2027 के विधानसभा चुनाव का ‘फाइनल’ जीतना है।”

🌾 पश्चिम बंगाल की कालिगंज सीट पर तृणमूल कांग्रेस आगे

  • ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस (TMC) पश्चिम बंगाल की कालिगंज सीट पर आगे चल रही है। हालांकि इस सीट का आधिकारिक परिणाम समाचार लिखे जाने तक घोषित नहीं हुआ था।

🔁 उपचुनाव क्यों हुए?

  • ये उपचुनाव गुजरात, पश्चिम बंगाल और पंजाब में विधायकों के निधन और केरल व गुजरात में दो विधायकों के इस्तीफे के कारण कराए गए थे।

🔍 निष्कर्ष:

इन उपचुनावों के नतीजे आने वाले विधानसभा चुनावों के लिए संकेत देने वाले माने जा रहे हैं। जहां आम आदमी पार्टी ने पंजाब और गुजरात में दमखम दिखाया, वहीं कांग्रेस ने केरल में अपना जनाधार बनाए रखा है। बीजेपी ने भी कडी सीट पर अपनी स्थिति मजबूत की है। विपक्ष और सत्ता पक्ष दोनों के लिए ये परिणाम आत्मविश्लेषण और भविष्य की रणनीति तय करने का मौका हैं।