गरियाबंद, छत्तीसगढ़ | 22 जून 2025 — गरियाबंद जिले के बिंद्रानवागढ़ से कांग्रेस विधायक जनक ध्रुव इन दिनों एक अलग ही भूमिका में नजर आ रहे हैं। जनप्रतिनिधि से अधिक, वह जनता के एक मुसाफिर के रूप में सामने आए। उन्होंने मैनपुर से झरियाबाहरा तक आम यात्रियों की तरह लोकल बस में यात्रा कर न सिर्फ सड़क की दुर्दशा को महसूस किया, बल्कि प्रशासनिक उदासीनता पर सख्त प्रतिक्रिया भी दी।
बस में चढ़े विधायक, झटकों में दिखा सिस्टम की सच्चाई का चेहरा
जनक ध्रुव ने स्थानीय बस में सफर के दौरान गड्ढों और धूलभरी सड़कों से गुजरते हुए कहा:
“कागजों में जितनी बातें होती हैं, वे धरातल पर दिखती नहीं। आज हर झटका यह कह रहा था कि अब नेता को नहीं, सिस्टम को झटका देने की जरूरत है।”
फोरलेन की मांग सालों से लंबित, अब संघर्ष का एलान
- मैनपुर से झरियाबाहरा के बीच सड़क की हालत बेहद खराब है।
- वर्षों से फोरलेन सड़क की मांग की जा रही है, लेकिन फाइलें अभी तक सिर्फ दफ्तरों में घूम रही हैं।
- विधायक ने एलान किया कि इस बार वे विधानसभा में विशेष प्रस्ताव रखेंगे।
- जरूरत पड़ी तो बस से नहीं, जुलूस से रायपुर पहुंचेंगे।
यात्रा में मिले सवाल और सुझाव
बस यात्रा के दौरान छात्र-छात्राएं, महिलाएं और रोजमर्रा के यात्री विधायक से सीधे संवाद करते नजर आए। एक महिला ने कहा:
“साहब, दोपहर 2 बजे के बाद देवभोग से रायपुर तक कोई भी साधन नहीं मिलता। हम महिलाएं कैसे घर पहुंचें?”
जनता से सीधे संवाद, भाषण नहीं भरोसे की बात
जब कुछ लोगों ने विधायक से सवाल किए कि “सिर्फ भाषण देने से कुछ नहीं होगा, सड़क बनवाइए”, तो जनक ध्रुव ने विनम्रता से जवाब दिया:
“आपके बीच आया हूं ताकि आपकी समस्याएं मुझे सीधे मिलें। ये लड़ाई अब सिर्फ मेरी नहीं, हम सबकी है।”
विधायक की यह पहल बनी नई मिसाल
राजनीति में अक्सर देखा जाता है कि नेता दूर से हालात पर भाषण देते हैं, लेकिन जनक ध्रुव ने खुद जनता के साथ खड़े होकर समस्याओं को महसूस किया। इस अनोखी पहल से वे न केवल लोगों के बीच विश्वास बना पाए, बल्कि सड़क सुधार की मांग को भी मजबूती से उठाने का संकल्प लिया।
आखिरी स्टॉप नहीं, शुरुआत की तैयारी
झरियाबाहरा पहुंचकर जब सफर समाप्त हुआ, तो विधायक ने कहा:
“यह सफर मेरा नहीं, आपकी उम्मीदों का था। अब यह आंदोलन विधानसभा से होते हुए राजधानी तक जाएगा।”
