पामगढ़ की सालू डहरिया को अंतरराष्ट्रीय उड़ान: मुख्यमंत्री ने दी आर्थिक मदद, चीन में करेंगी भारत का प्रतिनिधित्व

जांजगीर-चांपा, छत्तीसगढ़ | 22 जून 2025 — छत्तीसगढ़ की धरती से एक और बेटी ने अंतरराष्ट्रीय खेल जगत में कदम रखने की तैयारी कर ली है। पामगढ़ क्षेत्र की होनहार सॉफ्टबॉल खिलाड़ी सालू डहरिया अब चीन के सियान शहर में होने वाली अंतरराष्ट्रीय सॉफ्टबॉल प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी। आर्थिक तंगी के कारण संदेह में पड़ा उनका यह सपना अब मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की मदद से साकार होने जा रहा है।


मुख्यमंत्री से वीडियो कॉल पर संवाद, मिला भावनात्मक संबल

सोमवार सुबह मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने वीडियो कॉलिंग के माध्यम से सालू डहरिया से सीधे संवाद किया। उन्होंने जांजगीर-चांपा कलेक्टर के माध्यम से यह पहल करते हुए सालू की उपलब्धियों की जमकर तारीफ की और कहा:

“सालू केवल पामगढ़ की ही नहीं, पूरे छत्तीसगढ़ की शान हैं। उनका अंतरराष्ट्रीय चयन हम सभी के लिए गर्व का विषय है।”


अब तक 12 राष्ट्रीय प्रतियोगिताएं खेल चुकी हैं सालू

  • सालू डहरिया अब तक 12 राष्ट्रीय सॉफ्टबॉल टूर्नामेंट में भाग ले चुकी हैं।
  • उनके शानदार प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें 14 से 20 जुलाई 2025 तक चीन के सियान शहर में होने वाली अंतरराष्ट्रीय सॉफ्टबॉल प्रतियोगिता में भारतीय टीम में स्थान मिला है।

आर्थिक तंगी बनी थी बाधा, राज्य सरकार बनी सहारा

सालू की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण चीन यात्रा संदेह के घेरे में थी। ऐसे में उन्होंने राज्य सरकार से सहायता की अपील की थी। मुख्यमंत्री ने तुरंत संवेदनशीलता दिखाते हुए:

  • ₹1,70,000 (एक लाख सत्तर हजार रुपये) की सहायता राशि जिला प्रशासन के माध्यम से प्रदान की।
  • यह राशि उनकी यात्रा, प्रशिक्षण और प्रतियोगिता से संबंधित खर्चों के लिए दी गई है।

स्थानीय विधायक और प्रशासन ने जताया गर्व

इस अवसर पर पामगढ़ विधायक शेषराज हरवंश ने कहा:

“पामगढ़ की बेटी अब चीन जाएगी और अपने शानदार प्रदर्शन से छत्तीसगढ़ और भारत का नाम रोशन करेगी।”

मुख्यमंत्री ने सालू को भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वह अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी अपनी काबिलियत और खेल भावना से सभी को प्रभावित करेंगी।


सालू बनीं प्रेरणा, बेटियों के सपनों को मिलेगी उड़ान

यह उदाहरण न केवल सालू की जीत है, बल्कि उन सैकड़ों बेटियों के लिए प्रेरणा है जो प्रतिभा तो रखती हैं लेकिन संसाधनों की कमी से पीछे रह जाती हैं। सरकार की इस संवेदनशील पहल से खेल प्रतिभाओं को नई दिशा मिलेगी।