एयर इंडिया फ्लाइट 171 दुर्घटना: यूट्यूबर गौरव तनेजा ने की सिमुलेशन के जरिए जांच, बताया पायलट त्रुटि और ओवरलोडिंग को संभावित कारण

नई दिल्ली, 22 जून 2025 — देश के लोकप्रिय यूट्यूबर और पेशेवर पायलट गौरव तनेजा, जिन्हें सोशल मीडिया पर “Flying Beast” के नाम से जाना जाता है, ने एयर इंडिया फ्लाइट 171 की भीषण दुर्घटना पर अपना विश्लेषण प्रस्तुत किया है। इस हादसे में 270 यात्रियों की जान चली गई, और यह देश के उड्डयन इतिहास की सबसे गंभीर घटनाओं में एक बन गई है।


सिमुलेशन से हादसे का पुनर्निर्माण: ओवरलोडिंग और पायलट त्रुटि की ओर इशारा

गौरव तनेजा ने अपने 10 मिलियन से अधिक सब्सक्राइबर्स वाले यूट्यूब चैनल पर एक नया वीडियो पोस्ट करते हुए बताया कि उन्होंने फ्लाइट 171 की दुर्घटना को विमान सिम्युलेटर में दोहराया, ताकि यह समझा जा सके कि ऐसा हादसा कैसे हुआ।

पहले उन्होंने आशंका जताई थी कि यह डुअल इंजन फेल्योर (दोनों इंजन का एकसाथ बंद होना) हो सकता है। लेकिन नई जांच में उन्होंने ओवरलोडिंग, पायलट की गलती और अन्य कारकों को भी प्रमुख कारण बताया।

“मैंने विमान का वजन सामान्य 62 टन से बढ़ाकर 70 टन किया, क्योंकि यह एक लंबी उड़ान थी – अहमदाबाद से लंदन। जब मैंने 100 फीट की ऊंचाई पर दोनों इंजन बंद किए, तो विमान गिरने लगा। आप कुछ नहीं कर सकते थे… बस प्रार्थना कर सकते थे,” — तनेजा ने कहा।


लेट लिफ्ट-ऑफ और गियर अप भूल: हादसे की श्रृंखला

तनेजा के अनुसार, एक और सिमुलेशन में जब विमान और अधिक भारी था, तो विमान ने रनवे के अंत के पास जाकर ही उड़ान भरी, जिससे पायलट विलंब के कारण लैंडिंग गियर ऊपर खींचना भूल गए।

“इंजन फेल्योर रनवे के ‘पॉइंट ऑफ नो रिटर्न’ के बाद हुआ, जहां से पायलट टेकऑफ को रोक नहीं सकते थे। घबराहट में उन्होंने दूसरा इंजन भी बंद कर दिया और गियर ऊपर करना भूल गए,” — तनेजा ने अनुमान लगाया।

वह बताते हैं कि Boeing 787 Dreamliner जैसे विमानों में इमरजेंसी में पायलट को ‘मेमोरी आइटम्स’ फॉलो करने होते हैं, लेकिन घबराहट और एक क्षतिग्रस्त इंजन के साथ, उन्होंने अनजाने में सही इंजन को बंद कर दिया

“400 फीट की ऊंचाई पर ‘फ्लाइंग पायलट’ ने एक इंजन की थ्रस्ट को आइडल पर किया और ‘मॉनिटरिंग पायलट’ ने गलत इंजन का फ्यूल कंट्रोल स्विच बंद कर दिया। यानी एक इंजन जमीन पर खराब था, दूसरा पायलट ने खुद बंद कर दिया।”


पायलटों के समर्थन में तनेजा, DGCA की कार्रवाई

तनेजा ने कहा कि पायलटों को दोष देना आसान होता है, क्योंकि वे खुद को बचा नहीं सकते। उन्होंने यह भी बताया कि दोनों इंजन का फेल होना बोइंग 787 में लगभग असंभव माना जाता है।

हादसे के बाद देशभर में विमान रद्द किए गए, जिससे यात्रियों को भारी असुविधा हुई। लेकिन तनेजा ने पायलटों द्वारा “अनसेफ एयरक्राफ्ट” उड़ाने से इनकार करने के निर्णय की तारीफ की।

इस बीच, DGCA (नागरिक उड्डयन महानिदेशालय) ने शनिवार को एयर इंडिया के तीन वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई के आदेश दिए हैं। हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, इन अधिकारियों पर गंभीर और बार-बार सुरक्षा उल्लंघनों का आरोप है।


निष्कर्ष: तनेजा का विश्लेषण हादसे की जांच में मददगार?

गौरव तनेजा का यह तकनीकी विश्लेषण उस समय आया है जब एयर इंडिया और DGCA द्वारा हादसे की आधिकारिक जांच की जा रही है। उनके अनुभव और सटीक सिमुलेशन से यह अनुमान लगाया जा रहा है कि हादसा केवल तकनीकी खराबी नहीं, बल्कि ह्यूमन फैक्टर और ओवरलोडिंग जैसी जमीनी त्रुटियों का भी परिणाम हो सकता है।