सियोल/प्योंगयांग, 22 जून 2025 — अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया के बीच हुए पहले त्रिपक्षीय हवाई सैन्य अभ्यास के ठीक एक दिन बाद, उत्तर कोरिया ने गुरुवार सुबह सुनान क्षेत्र से 10 से अधिक रॉकेट उत्तर-पश्चिमी दिशा में येलो सी (पीला सागर) में दाग दिए। दक्षिण कोरिया की सेना के अनुसार, यह लॉन्चिंग प्योंगयांग के उन्नत 240-मिमी मल्टीपल रॉकेट लॉन्चर से की गई, जिसे पिछले साल प्रदर्शित किया गया था।
दक्षिण कोरियाई चिंता: सियोल क्षेत्र तक मार
उत्तर कोरियाई रॉकेटों की रेंज को लेकर दक्षिण कोरियाई सेना का मानना है कि ये सियोल और उसके आस-पास के आबादी वाले क्षेत्रों को निशाना बना सकते हैं। एक सैन्य अधिकारी ने स्थानीय मीडिया को बताया,
“ये प्रक्षेपास्त्र कई किलोमीटर तक गए और अंत में येलो सी में गिरे। फिलहाल अमेरिका और दक्षिण कोरिया की खुफिया एजेंसियां मिलकर इसकी विस्तृत जानकारी जुटा रही हैं।”
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के अनुसार, उत्तर कोरिया पर किसी भी प्रकार की बैलिस्टिक मिसाइल गतिविधि पर प्रतिबंध है। इसके बावजूद, वह लगातार मिसाइल परीक्षण और सैन्य विस्तार में जुटा हुआ है।
पहली त्रिपक्षीय सैन्य हवाई ड्रिल बनी तनाव का कारण
उत्तर कोरिया की यह कार्रवाई ऐसे समय में हुई है जब ली जे म्युंग की नई सरकार के अधीन दक्षिण कोरिया, अमेरिका और जापान ने बुधवार को अपना पहला त्रिपक्षीय हवाई सैन्य अभ्यास आयोजित किया। यह अभ्यास क्षेत्रीय सुरक्षा और उत्तर कोरिया की आक्रामक नीतियों के विरुद्ध सहयोग का प्रतीक माना जा रहा है।
रूस के साथ बढ़ते उत्तर कोरियाई संबंध और हथियार सौदे
पिछले कुछ महीनों में उत्तर कोरिया और रूस के बीच सैन्य संबंधों में तेजी देखी गई है। रिपोर्ट्स के अनुसार, उत्तर कोरिया ने रूस को हथियार और लगभग 15,000 सैनिक यूक्रेन युद्ध के लिए भेजे हैं। बदले में रूस से आर्थिक सहायता और उन्नत सैन्य तकनीक मिलने की आशंका जताई जा रही है, जिससे उत्तर कोरिया की परमाणु और मिसाइल क्षमताएं और अधिक उन्नत हो सकती हैं।
उत्तर कोरिया का नौसेना विस्तार और नई विध्वंसक पोत
उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन ने इस वर्ष दो 5,000 टन क्षमता वाले नौसैनिक विध्वंसक पोत बनवाने की घोषणा की है। उन्होंने इन्हें अपनी नौसेना के “तेजी से हो रहे परिवर्तन का प्रमाण” बताया।
दक्षिण कोरियाई चर्च पर साइबर हमला, लाइव स्ट्रीम में दिखा उत्तर कोरिया का झंडा
एक अन्य घटनाक्रम में, दक्षिण कोरिया के सबसे बड़े चर्चों में से एक ऑनुरी चर्च की यू-ट्यूब लाइवस्ट्रीम के दौरान कथित तौर पर हैकिंग की गई, जिसमें उत्तर कोरिया का झंडा और प्योंगयांग की संगीत धुनें प्रदर्शित हुईं। यह घटना 18 जून की सुबह की प्रार्थना सभा के दौरान हुई और झंडा लगभग 20 सेकंड तक स्क्रीन पर रहा।
चर्च प्रशासन ने इसे एक साइबर हमले के रूप में चिह्नित करते हुए तुरंत स्थानीय पुलिस और साइबर सुरक्षा एजेंसियों को इसकी जानकारी दी। चर्च ने एक बयान में कहा,
“हम घटना की गंभीरता से जांच कर रहे हैं और जैसे ही तथ्य स्पष्ट होंगे, आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।”
क्षेत्रीय तनाव में लगातार वृद्धि
उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षण, रूस से बढ़ते संबंध और साइबर हमले जैसी घटनाओं ने कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव की स्थिति और अधिक गंभीर बना दी है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया को सतर्कता और सामरिक एकता के साथ जवाब देना होगा, ताकि क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को बनाए रखा जा सके।
