नई दिल्ली | 21 जून 2025।
ईरान और इज़राइल के बीच जारी संघर्ष के बीच भारत सरकार द्वारा चलाए जा रहे “ऑपरेशन सिंधु” के तहत अब तक 517 भारतीय नागरिकों को सुरक्षित स्वदेश वापस लाया गया है। विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता रणधीर जैसवाल ने शनिवार को जानकारी देते हुए बताया कि एक विशेष उड़ान ने तुर्कमेनिस्तान की राजधानी अश्गाबात से उड़ान भरकर 21 जून की सुबह 3:00 बजे नई दिल्ली में लैंड किया।
इस विशेष फ्लाइट में ईरान से निकाले गए भारतीय नागरिक सवार थे। श्री जैसवाल ने X (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा:
“ऑपरेशन सिंधु जारी है। अश्गाबात, तुर्कमेनिस्तान से एक विशेष उड़ान नई दिल्ली में उतरी, जिसमें ईरान से निकाले गए भारतीय नागरिक सवार थे। अब तक 517 भारतीय नागरिक ऑपरेशन सिंधु के तहत वापस लाए जा चुके हैं।”
नेपाल और श्रीलंका के नागरिकों की भी होगी वापसी
भारतीय दूतावास, ईरान ने शनिवार को एक महत्वपूर्ण घोषणा की कि नेपाल और श्रीलंका की सरकारों के अनुरोध पर अब इन देशों के नागरिकों को भी ऑपरेशन सिंधु के तहत सुरक्षित निकाला जाएगा।
“नेपाल और श्रीलंका की सरकारों के अनुरोध पर, ईरान में भारतीय दूतावास की निकासी प्रक्रिया अब इन देशों के नागरिकों को भी कवर करेगी,” दूतावास ने X पर पोस्ट किया।
ऑपरेशन सिंधु क्यों चलाया जा रहा है?
यह विशेष अभियान 13 जून 2025 को इज़राइल द्वारा ईरान के सैन्य और परमाणु ठिकानों पर किए गए हवाई हमलों के बाद शुरू हुआ था, जिसे “ऑपरेशन राइजिंग लायन” नाम दिया गया। इसके जवाब में ईरान की इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने “ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस 3” के तहत इज़राइल के फाइटर जेट फ्यूल प्रोडक्शन और ऊर्जा आपूर्ति केंद्रों को निशाना बनाकर मिसाइल और ड्रोन हमले किए।
इन लगातार हमलों और युद्ध जैसे हालात के कारण ईरान में फंसे भारतीय नागरिकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने ऑपरेशन सिंधु की शुरुआत की।
भारत के अन्य प्रमुख बचाव अभियानों की सूची:
भारत ने बीते वर्षों में संकटग्रस्त देशों से अपने नागरिकों को निकालने के लिए कई बड़े ऑपरेशन चलाए हैं:
- ऑपरेशन कावेरी (2023): सूडान में सैन्य संघर्ष के दौरान
- ऑपरेशन अजय (2023): इज़राइल-हमास संघर्ष के दौरान
- ऑपरेशन गंगा (2022): रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान
- ऑपरेशन देवी शक्ति (2021): अफगानिस्तान में तालिबान कब्जे के बाद
- ऑपरेशन समुद्र सेतु (2020): कोविड-19 महामारी के दौरान
- ऑपरेशन राहत (2015): यमन में गृहयुद्ध के समय
- ऑपरेशन सेफ होमकमिंग (2011): लीबिया के अरब स्प्रिंग संघर्ष के दौरान
निष्कर्ष
भारत सरकार एक बार फिर संकट की घड़ी में अपने नागरिकों के साथ खड़ी नजर आई है। ऑपरेशन सिंधु, न केवल भारतीयों के लिए, बल्कि दक्षिण एशियाई सहयोग की मिसाल बनते हुए अब नेपाल और श्रीलंका के नागरिकों को भी सुरक्षा देने जा रहा है। यह एक मानवीय और कूटनीतिक सफलता के रूप में देखा जा रहा है।
