नई दिल्ली, 21 जून 2025।
आज पूरे देश में 11वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस अत्यंत धूमधाम और भव्यता के साथ मनाया गया। इस वर्ष की थीम “योगा फॉर वन अर्थ, वन हेल्थ” रखी गई, जिसका उद्देश्य वैश्विक स्तर पर योग के माध्यम से स्वास्थ्य, पर्यावरण और सामूहिक चेतना का समन्वय स्थापित करना है।
इस अवसर पर देशभर में 100 प्रमुख स्थलों और 50 सांस्कृतिक स्थलों, जिनमें यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल भी शामिल हैं, पर विशेष योग सत्रों का आयोजन किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में विशाल जनसमूह के साथ योगाभ्यास कर योग दिवस की अगुवाई की।
पीएम मोदी का वैश्विक संदेश
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “योग केवल एक व्यक्तिगत साधना नहीं, बल्कि यह वैश्विक कल्याण का माध्यम है। ‘एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य’ का विचार हमें सिखाता है कि हमारी भलाई प्रकृति और समाज से जुड़ी है।” उन्होंने यह भी याद दिलाया कि 2014 में उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा में योग दिवस का प्रस्ताव रखा था, जिसे 170 से अधिक देशों का समर्थन मिला और 2015 से इसे अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त हुई।
दिल्ली में योग का जनोत्सव
राजधानी दिल्ली में योग दिवस के उपलक्ष्य में एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें आम नागरिकों, जनप्रतिनिधियों और योग संस्थानों की सक्रिय भागीदारी रही। लोगों की उपस्थिति ने यह सिद्ध कर दिया कि जब सरकार और समाज एकजुट होते हैं, तो संस्कृति एक जन-आंदोलन का रूप ले लेती है। योग, स्वच्छता और जीवन मूल्यों के प्रति दिल्लीवासियों का समर्पण इस आयोजन में देखने को मिला।
हरियाणा: योग के साथ नशामुक्ति की पहल
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने योग गुरु बाबा रामदेव के साथ योगाभ्यास किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर बताया कि प्रदेश में साइक्लोथॉन यात्राएं निकाली जा रही हैं और नशे के खिलाफ एक व्यापक जन-अभियान चल रहा है। कई पंचायतें नशामुक्त घोषित की गई हैं और योग व्यायामशालाएं खोलने की दिशा में कार्य हो रहा है। उन्होंने हर कार्यालय में 5 मिनट के योग ब्रेक की भी घोषणा की।
श्रीनगर: लाल चौक से SKICC तक योग का संदेश
जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर के लाल चौक स्थित घंटाघर पर भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने योगाभ्यास किया। योग दिवस का मुख्य कार्यक्रम SKICC लॉन में आयोजित हुआ, जिसमें विभिन्न वर्गों के प्रतिष्ठित लोगों ने भाग लिया। हालांकि, मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की अनुपस्थिति चर्चा का विषय बनी रही।
रक्षा मंत्री और विदेश मंत्री की सहभागिता
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारतीय सेनाओं की संयमित कार्रवाई योग की उस परंपरा का प्रतीक है जो धैर्य, विवेक और संतुलन सिखाती है। उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का संदर्भ देते हुए कहा कि हमारी सेनाएं आतंकवाद को जड़ से उखाड़ने में सक्षम हैं, परंतु संयम हमारी संस्कृति है।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अंतरराष्ट्रीय राजनयिकों के साथ योगाभ्यास किया और दुनिया के सामने भारत की ‘एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य’ की थीम को रखा, जिससे योग का वैश्विक विस्तार और सांस्कृतिक संवाद और मजबूत हो सके।
