दुर्ग में ‘ऑपरेशन सुरक्षा’ अभियान: भारी वाहनों के ब्लाइंड स्पॉट से बचाव हेतु यातायात पुलिस की सराहनीय पहल

दुर्ग, 20 जून 2025/
जिले की यातायात व्यवस्था को और अधिक सुगम, सुरक्षित एवं जागरूक बनाने की दिशा में यातायात पुलिस दुर्ग द्वारा चलाया जा रहा “ऑपरेशन सुरक्षा” अभियान अब व्यापक असर दिखाने लगा है। अभियान के अंतर्गत नेशनल हाईवे और दुर्ग-भिलाई के आवासीय क्षेत्रों में भारी वाहनों के ब्लाइंड स्पॉट के प्रति आमजन को जागरूक करने विशेष कार्यवाही की जा रही है।

यातायात पुलिस ने बताया कि भारी वाहनों के चालक को आसपास की कुछ विशेष दिशाओं में दोपहिया वाहन, सायकल चालक और पैदल यात्री दिखाई नहीं देते, जिसे ब्लाइंड स्पॉट कहा जाता है। इसी कारण अकसर गंभीर सड़क दुर्घटनाएँ होती हैं। इन्हीं जोखिमों के प्रति जनता को सजग करने के उद्देश्य से मुख्य हाईवे, प्रमुख चौराहों और मॉल क्षेत्रों में बड़े-बड़े होर्डिंग्स लगाए गए हैं, जिनमें “आप इस जगह दिखाई नहीं दे रहे हैं” जैसे संदेश दर्शाए गए हैं।

इसके साथ ही एलईडी स्क्रीन पर शॉर्ट वीडियो क्लिप्स चलाकर भी ब्लाइंड स्पॉट और यातायात नियमों की जानकारी दी जा रही है।
पोस्टरों के माध्यम से यह समझाया जा रहा है कि दोपहिया वाहन चालकों को भारी वाहनों से कितनी दूरी बनाकर चलना चाहिए ताकि वे दुर्घटना से बच सकें।

प्रमुख बिंदु:

  • यातायात अभियंत्रण सुधार: सड़कों और चौराहों की संरचनात्मक खामियों को चिन्हांकित कर सुधार किया जा रहा है।
  • अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई: सड़कों पर से अवैध कब्जों और अतिक्रमण को हटाया जा रहा है।
  • यातायात जागरूकता कार्यक्रम: विभिन्न वर्गों के लोगों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने के लिए कार्यशालाएँ और जागरूकता रथ चलाए जा रहे हैं।
  • दुर्घटना विश्लेषण और सख्त कार्रवाई: विगत वर्षों में हुई सड़क दुर्घटनाओं का अध्ययन कर दोषी और लापरवाह चालकों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जा रही है।

यातायात पुलिस ने दोपहिया चालकों, साइकिल सवारों और पैदल यात्रियों से अपील की है कि वे भारी वाहनों के निकट चलने से परहेज करें और कम से कम 3 से 5 मीटर की दूरी बनाए रखें, जिससे दुर्घटना की संभावना को न्यूनतम किया जा सके।

यातायात पुलिस दुर्ग के इस नवाचारपूर्ण अभियान को आम नागरिकों द्वारा सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है और यह जिले में सड़क सुरक्षा को एक नई दिशा प्रदान कर रहा है।