रायपुर, 19 जून 2025 — मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से आज रात्रि उनके रायपुर स्थित निवास परिसर में जगदलपुर विधायक श्री किरण देव के नेतृत्व में गोंचा महापर्व आयोजन समिति के प्रतिनिधिमंडल ने शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री को जगदलपुर में आयोजित होने वाले गोंचा महापर्व में सम्मिलित होने का आमंत्रण दिया।
प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि यह महापर्व बस्तर अंचल की एक समृद्ध परंपरा है, जो पिछले छह सौ वर्षों से अधिक समय से निरंतर आयोजित किया जा रहा है। यह पर्व सामाजिक समरसता, भाईचारा और सांस्कृतिक एकता का प्रतीक माना जाता है और बस्तर दशहरे के बाद सबसे लंबे समय तक चलने वाला उत्सव है।
🔸 महापर्व की प्रमुख तिथियाँ:
- 11 जून: चंदन यात्रा के साथ पर्व की विधिवत शुरुआत
- 26 जून: नेत्रोत्सव पूजा
- 27 जून: श्री गोंचा रथयात्रा
- 5 जुलाई: बाहुड़ा रथयात्रा और महापर्व का समापन
प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री श्री साय को बस्तर की परंपरा अनुसार ‘तुपकी’ भेंट कर सम्मानित किया। यह तुपकी बस्तर की विशेष पहचान है, जिसे पोली बांस की नली और विशेष पौधे के फल से बनाया जाता है। जब इस फल को बलपूर्वक दबाया जाता है, तो उससे पटाखे जैसी तेज आवाज निकलती है। यह परंपरा गोंचा महापर्व में सदियों से निभाई जा रही है और स्थानीय आदिवासी समाज की सांस्कृतिक पहचान बन चुकी है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने निमंत्रण स्वीकार करते हुए आयोजन समिति को धन्यवाद दिया और गोंचा महापर्व के सफल आयोजन की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि यह पर्व न केवल बस्तर की सांस्कृतिक विरासत को जीवित रखता है, बल्कि पूरे प्रदेश को एकता और समरसता का संदेश देता है।
🔸 प्रतिनिधिमंडल में उपस्थित प्रमुख जन:
इस अवसर पर 360 घर आरण्यक ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष श्री वेदप्रकाश पाण्डे, गोंचा समिति अध्यक्ष श्री चिंतामणि पाण्डे, श्री हेमंत पाण्डे, रजनीश पाणिग्राही, नरेंद्र पाणिग्राही, सुदर्शन पाणिग्राही, पुरुषोत्तम जोशी, मुक्तेश्वर पांडे, बनमाली पाणिग्राही, दिनेश पाणिग्राही, दिलेश्वर पाण्डे, प्रशांत पाणिग्राही, देवशंकर पंडा, विजय पांडे, आत्माराम जोशी, देवकृष्ण पाणिग्राही, जयप्रकाश पाढ़ी, वैभव पाण्डे, चुम्मन पांडे, सोमप्रकाश जोशी, वेणुधर पाणिग्राही, प्रदीप पाढ़ी, सोमेश जोशी सहित कई गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
