भिलाई के पलक इंडस्ट्रीज से ₹40,000 की केबल चोरी, चार शातिर आरोपी गिरफ्तार, चोरी का माल और ई-रिक्शा बरामद

भिलाई/जामुल, 19 जून 2025:
जामुल थाना क्षेत्र अंतर्गत स्थित पलक इंडस्ट्रीज कंपनी भिलाई से करीब 300–400 मीटर लंबी कापर केबल वायर, जिसकी अनुमानित कीमत ₹40,000, चोरी कर ली गई। मामले में रामकृष्ण मुखर्जी, निवासी हाउसिंग बोर्ड भिलाई ने थाना जामुल में रिपोर्ट दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि चोरी की यह घटना 18 जून की रात लगभग 1:30 बजे अज्ञात व्यक्तियों द्वारा अंजाम दी गई।


👮‍♂️ सीसीटीवी फुटेज से खुला राज, चार आरोपी गिरफ्तार

जामुल पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल सीसीटीवी फुटेज की जांच की और प्राप्त हुलिए के आधार पर संदेहियों की पहचान की गई।
मुख्य आरोपी छत्रपाल बारले को घेराबंदी कर हिरासत में लिया गया। पूछताछ में उसने बताया कि उसने यह चोरी हरीचन्द्र साहू, राहुल यादव और महेश कुमार साहू के साथ मिलकर की थी। पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर चोरी गया केबल वायर और घटना में प्रयुक्त ई-रिक्शा भी बरामद कर लिया है।


⚖️ आरोपी पूर्व में भी आपराधिक गतिविधियों में लिप्त

जांच में पता चला कि चारों आरोपी आदतन अपराधी हैं और उनके खिलाफ विभिन्न थानों में गंभीर अपराध दर्ज हैं:

  • छत्रपाल बारले: भिलाई-3 थाना में हत्या का प्रयास, बलात्कार, मारपीट के मामले दर्ज
  • राहुल यादव: भिलाई-3 थाना में हत्या और मारपीट
  • हरीचन्द्र साहू: सुपेला थाना में मारपीट
  • महेश साहू: पहली बार चोरी के मामले में संलिप्त पाया गया

चारों को 19 जून 2025 को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया।


📦 जब्ती विवरण:

  • 300-400 मीटर कापर केबल वायर — अनुमानित कीमत ₹40,000
  • ई-रिक्शा (घटना में प्रयुक्त) — अनुमानित कीमत ₹1,00,000
  • कुल जब्ती मूल्य — ₹1,40,000

👏 कार्रवाई में पुलिस टीम का सराहनीय योगदान

इस त्वरित और सटीक कार्रवाई में थाना प्रभारी निरीक्षक राजेश मिश्रा, उनि सौमित्री भोई, सउनि राजेन्द्र देशमुख, आरक्षक रूपनारायण बाजपेयी, चन्द्रभान यादव, और अतुल सिंह की अहम भूमिका रही। इनकी सतर्कता और त्वरित रिस्पांस से चोरी का मामला महज कुछ घंटों में सुलझा लिया गया।


📌 निष्कर्ष

यह मामला न केवल पुलिस की मुस्तैदी और तकनीकी दक्षता का उदाहरण है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि भिलाई क्षेत्र में आदतन अपराधियों पर विशेष नजर बनाए रखने की आवश्यकता है। समय रहते अपराधियों की धरपकड़ से एक बड़ी चोरी की श्रृंखला को रोका जा सका।