रायपुर, 18 जून 2025:
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 22 और 23 जून को दो दिवसीय छत्तीसगढ़ दौरे पर रहेंगे, जहां वे राज्य को नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी (NFSU) की सौगात देंगे। इस दौरान राजधानी नया रायपुर में यूनिवर्सिटी कैंपस की स्थापना हेतु भूमि पूजन का आयोजन किया जाएगा। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ राज्य फॉरेंसिक लैब के लिए भी भूमि पूजन होगा।
यह जानकारी छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने गुरुवार को मीडिया से बातचीत में दी। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने नया रायपुर में NFSU कैंपस के लिए 40 एकड़ भूमि आवंटित की है।
विजय शर्मा ने बताया कि यह विश्वविद्यालय केंद्र सरकार द्वारा स्थापित उन 16 संस्थानों में से एक होगा, जिन्हें देशभर में फॉरेंसिक शिक्षा और अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए मंजूरी दी गई है। इनमें से 8 पहले ही स्थापित किए जा चुके हैं, और 8 की प्रक्रिया जारी है।
🔬 तीन नए कानूनों में फॉरेंसिक की अहम भूमिका
विजय शर्मा ने कहा कि नए लागू हुए तीन आपराधिक कानून – BNS (भारतीय न्याय संहिता), BNSS (भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता) और BSA (भारतीय साक्ष्य अधिनियम) – में फॉरेंसिक विज्ञान की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण होगी। इस विश्वविद्यालय से प्रशिक्षित छात्र राज्य की कानून व्यवस्था को सशक्त करने में अहम भूमिका निभाएंगे।
🕊️ शहीद एएसपी के परिजनों से भी करेंगे भेंट
अमित शाह इस दौरान आईईडी ब्लास्ट में शहीद हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) आकश राव गिरिपुंजे के परिजनों से भी मुलाकात करेंगे। आकश राव गिरिपुंजे की शहादत सुकमा के कोण्टा क्षेत्र में नक्सली हमले के दौरान हुई थी।
🏛️ राष्ट्रीय स्तर पर फॉरेंसिक ढांचे का विस्तार
हाल ही में अमित शाह ने कोलकाता के राजारहाट स्थित केंद्रीय फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (CFSL) के नए भवन का उद्घाटन किया था। अपने संबोधन में उन्होंने कहा था कि भारत सरकार एक सुरक्षित, पारदर्शी और साक्ष्य-आधारित आपराधिक न्याय प्रणाली बना रही है। इसके लिए फॉरेंसिक संस्थानों का मजबूत नेटवर्क जरूरी है।
शाह ने बताया था कि प्रत्येक जिले में फॉरेंसिक वैन की स्थापना के लिए केंद्र सरकार राज्यों को सहायता दे रही है। साथ ही, राज्य स्तरीय फॉरेंसिक लैब्स का भी विस्तार किया गया है।
🧑🎓 प्रशिक्षित मानव संसाधन तैयार
उन्होंने यह भी बताया कि प्रशिक्षित मानव संसाधन तैयार करने का कार्य पहले ही पूरा किया जा चुका है। नए फॉरेंसिक छात्र आने वाले वर्षों में देश की कानून व्यवस्था और आपराधिक न्याय प्रणाली को नई दिशा देंगे।
📌 निष्कर्ष
छत्तीसगढ़ में NFSU की स्थापना न केवल शिक्षा के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगी, बल्कि यह राज्य में न्यायिक पारदर्शिता, अपराध जांच में वैज्ञानिकता और कानून व्यवस्था की मजबूती के लिए भी महत्वपूर्ण कदम होगा।
