पंडित माधवराव सप्रे की जयंती पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने किया नमन, कहा— छत्तीसगढ़ में पत्रकारिता और साहित्य को दी नई दिशा

रायपुर, 19 जून 2025:
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने छत्तीसगढ़ में पत्रकारिता के जनक और प्रख्यात साहित्यकार पंडित माधवराव सप्रे को उनकी जयंती (19 जून) की पूर्व संध्या पर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि पंडित सप्रे का योगदान न केवल पत्रकारिता के क्षेत्र में बल्कि छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय चेतना और साहित्यिक जागरूकता को विकसित करने में भी अत्यंत महत्वपूर्ण रहा है।

मुख्यमंत्री साय ने अपने संदेश में कहा कि,

पंडित माधवराव सप्रे द्वारा रखी गई पत्रकारिता की नींव आज छत्तीसगढ़ को एक सशक्त पत्रकारिता परंपरा के रूप में समृद्ध कर रही है। उन्होंने अपने रचनात्मक और मूल्यपरक लेखन के माध्यम से छत्तीसगढ़ में पत्रकारिता को नई दिशा दी। स्वतंत्रता संग्राम के दौर में उनकी लेखनी ने राष्ट्रप्रेम और जनजागरण की अलख जगाई। उनके विचार और कार्य आज भी साहित्यकारों, पत्रकारों और आम नागरिकों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।”


छत्तीसगढ़ में पत्रकारिता के अग्रदूत रहे सप्रे जी

पंडित माधवराव सप्रे को छत्तीसगढ़ में आधुनिक पत्रकारिता का पथप्रदर्शक माना जाता है। वे हिंदी पत्रकारिता के प्रारंभिक दौर की उन प्रमुख शख्सियतों में से हैं, जिनके लेख और संपादन न केवल जनचेतना फैलाने का कार्य करते थे, बल्कि राष्ट्रीय एकता और स्वतंत्रता के विचारों को भी मजबूती प्रदान करते थे।

उनकी पहल पर ही 1900 में ‘छत्तीसगढ़ मित्र’ नामक मासिक पत्रिका का प्रकाशन प्रारंभ हुआ, जिसे छत्तीसगढ़ की पत्रकारिता का प्रारंभिक बिंदु माना जाता है।


राष्ट्रीय चेतना के वाहक

स्वतंत्रता संग्राम के दौरान माधवराव सप्रे ने अपनी तेजस्वी लेखनी से ब्रिटिश शासन की नीतियों के खिलाफ जनमत तैयार करने का साहसिक कार्य किया। उन्होंने साहित्य और पत्रकारिता के माध्यम से छत्तीसगढ़ में राष्ट्रप्रेम, सामाजिक न्याय और सांस्कृतिक पुनर्जागरण की नींव रखी।


युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि सप्रे जी का व्यक्तित्व और कृतित्व नई पीढ़ी के लिए प्रेरणास्त्रोत है। उन्होंने समाज को यह सिखाया कि पत्रकारिता केवल सूचना का माध्यम नहीं, बल्कि परिवर्तन का सशक्त औजार भी है।

उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार छत्तीसगढ़ की साहित्यिक और पत्रकारिक विरासत को मजबूत करने हेतु पंडित सप्रे के योगदान को निरंतर सम्मान देगी।


निष्कर्ष

पंडित माधवराव सप्रे की जयंती छत्तीसगढ़ के सांस्कृतिक और बौद्धिक इतिहास की एक महत्वपूर्ण तारीख है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय द्वारा किया गया स्मरण उनके योगदान की प्रासंगिकता को एक बार फिर रेखांकित करता है।