वायरल ऑडियो ने टीआई राजेश साहू को फंसाया, SP ने किया लाइन अटैच

छिंदवाड़ा, मध्यप्रदेश।
राजनीति और प्रशासन के गलियारों में जब हालात खराब होते हैं, तो वायरल ऑडियो और वीडियो चर्चाओं का केंद्र बन जाते हैं। इस बार मामला है मध्यप्रदेश पुलिस के इंस्पेक्टर राजेश साहू का, जिनका एक ऑडियो वायरल हो गया है। साहू वर्तमान में छिंदवाड़ा जिले के दमुआ थाना में थाना प्रभारी के रूप में पदस्थ थे। ऑडियो में वह एक व्यक्ति से 1 तारीख को मंदिर जाने की बात कहते सुने जा रहे हैं, जिसे लेकर विभागीय हलकों में हलचल मच गई है।

वायरल ऑडियो में साहू की एक बिचौलिए के माध्यम से कथित जुआरी से बातचीत सामने आई है—

साहू: “तुझे कुछ समझाना भी था, अभी इसको वो कर देना—पूजा-पाठ का।”
जवाब: “सर, अभी कैश नहीं है। कल कर दूंगा शाम तक, तो कैसा रहेगा?”
साहू: “नहीं, मेरे को कहीं जाना पड़ता है न। तुझे पता है मैं 1 तारीख को मंदिर जाता हूं। समझ गया न?”

सूत्रों का कहना है कि पुलिस महकमे में इसे “गोपनीय तीर्थ यात्रा” के नाम से जाना जाता है, जिसके बारे में खुले में कोई बात नहीं करता।

SP ने की तत्काल कार्रवाई

छिंदवाड़ा एसपी अजय पांडे ने वायरल ऑडियो का संज्ञान लेते हुए टीआई साहू को लाइन अटैच कर दिया है। मामले की जांच का जिम्मा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को सौंपा गया है। एसपी ने कहा, “जांच जारी है, दोषी को नहीं बख्शा जाएगा।”

पुराना ऑडियो भी हुआ वायरल

इसी के साथ एक पुराना ऑडियो भी वायरल हो गया है, जो कथित रूप से लोकसभा चुनाव के दौरान का बताया जा रहा है। इसमें टीआई साहू एक स्थानीय भाजपा नेता से पूर्व विधायक नत्थन शाह की शिकायत करते सुने गए—

“वो बोलेरो में डीजल डलवाने का दबाव बनाते हैं और भाजपा के खिलाफ काम करते हैं।”

इस पर टीआई राजेश साहू ने अपनी सफाई में कहा कि यह ऑडियो AI टेक्नोलॉजी से मिक्स किया गया है और उन्हें बदनाम करने की साजिश है।

निष्कर्ष

अब सवाल यह है कि क्या वायरल ऑडियो असली है या साजिश का हिस्सा? जांच के नतीजे आने तक यह मामला राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों में चर्चा का विषय बना रहेगा।