बिलासपुर, 19 मई 2025 – छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने सुशासन तिहार के तीसरे चरण के तहत बिलासपुर जिले के कोटा ब्लॉक के दूरस्थ आदिवासी ग्राम आमागोहन में आयोजित समाधान शिविर में पहुंचकर राज्य सरकार की योजनाओं की जमीनी हकीकत जानी। इस अवसर पर उन्होंने कहा, “जो सरकार अच्छा काम करती है, वह जनता के बीच जाने से नहीं डरती। सुशासन तिहार हमारे कामों का रिपोर्ट कार्ड है।”
मुख्यमंत्री ने समाधान शिविर में ग्रामीणों से संवाद करते हुए समाधान पेटी में डाले गए आवेदनों की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने बताया कि बीते डेढ़ साल में सरकार ने आम जनता के हित में ऐतिहासिक कार्य किए हैं, जिनमें प्रमुख हैं:
प्रधानमंत्री आवास योजना: शपथ लेते ही 18 लाख पीएम आवास की स्वीकृति। दुर्ग और अंबिकापुर में 3-3 लाख आवासों का वितरण।
कृषि क्षेत्र में सुधार: किसानों से ₹3100 प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी और प्रति एकड़ 21 क्विंटल की सीमा तय। दो साल से लंबित बोनस का भी भुगतान।
महतारी वंदन योजना: 70 लाख महिलाओं को आर्थिक सहायता, महिला सशक्तिकरण की दिशा में बड़ा कदम।
तेंदूपत्ता संग्रहकों को राहत: प्रति बोरा ₹4000 से बढ़ाकर ₹5500 किया गया।
रामलला दर्शन योजना और मुख्यमंत्री तीर्थ योजना: बुजुर्गों को धार्मिक स्थलों की यात्रा के लिए सुविधा।
अटल डिजिटल सेवा केंद्र: 1460 पंचायतों में शुरू, ग्रामीणों को बैंक जैसी सेवाएं और दस्तावेज़ की सुविधा गाँव में ही।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सरकार ने नामांतरण प्रक्रिया को सरल कर दिया है, जिससे अब जमीन की रजिस्ट्री के साथ-साथ एक घंटे से भी कम समय में नामांतरण हो सकेगा।
इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री सुबोध सिंह, सचिव श्री पी. दयानन्द, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री राजेश सुर्यवंशी, कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
