‘मोर आवास मोर अधिकार’ कार्यक्रम में स्व-सहायता समूहों की दीदियों का हुआ सम्मान, महिला सशक्तिकरण की नई मिसाल

अंबिकापुर (छत्तीसगढ़) – छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में ‘मोर आवास मोर अधिकार’ कार्यक्रम के अंतर्गत राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़ी स्व-सहायता समूहों की महिलाओं को उनके उल्लेखनीय कार्यों के लिए सम्मानित किया गया। इस अवसर पर केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने दीदियों को प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।

कार्यक्रम में सरगुजा जिले के लखनपुर विकासखंड की बीसी सखी बालेश्वरी यादव को पांच ग्राम पंचायतों में बैंकिंग सुविधाएं उपलब्ध कराने और अब तक ₹11.24 करोड़ के वित्तीय लेनदेन के लिए सम्मान मिला। वहीं, ग्राम केवरी की अम्बे दास को घरेलू हिंसा के 37 मामलों का समाधान करने और मानव तस्करी की शिकार 3 युवतियों की वापसी सुनिश्चित करने के लिए सम्मानित किया गया।

ग्राम मेंड्राकला की निर्मला एक्का ने समूह से ऋण लेकर सेण्ट्रिंग प्लेट और मिक्सर व्यवसाय शुरू किया और प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत बने 10 घरों में निर्माण सामग्री की आपूर्ति की। उन्हें लखपति दीदी के रूप में सम्मानित किया गया।

बबिता यादव ने सीमेंट और गिट्टी व्यवसाय शुरू कर क्षेत्रीय भवन निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाई। उन्होंने समय पर ऋण चुकता करते हुए आत्मनिर्भरता की मिसाल पेश की।

मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले की चांदनी सिंह को बैंक लिंकेज व सामुदायिक निवेश निधि के जरिए मुर्गी पालन और सब्जी उत्पादन कर ₹2.5 लाख वार्षिक आय अर्जित करने हेतु सम्मान मिला।

कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री ने शाकंभरी योजना के अंतर्गत किसानों को एचपी पंप, तथा अन्य योजनाओं के अंतर्गत हितग्राही सामग्री का भी वितरण किया।

यह आयोजन राज्य में महिला सशक्तिकरण और ग्रामीण विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।