रायपुर (छत्तीसगढ़)। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आरक्षण विधेयक पर भाजपा के विरोध और इसे चुनावी हथकंडा बताए जाने का करारा जवाब दिया है। उन्होंने इसे भाजपा का मानसिक दिवालियापन करार दिया। उन्होने कहा एक उप चुनाव में इससे क्या फर्क पड़ जाएगा। भाजपा अभी से हार का बहाना खोज रही है। ये बातें मुख्यमंत्री ने भानुप्रतापुपर के चुनावी दौरे पर रवाना हाेने से पहले, रायपुर में कही है।
सीएम ने कहा कि ये तो पूरे प्रदेश की जनता का मामला है। चुनाव तो होते रहेंगे, ये जो कल हुआ मील का पत्त्थर है। किस प्रकार प्रदेश आगे बढ़ेगा इसका रोड मैप है। ये बताता है कि हम सभी वर्गों को साथ लेकर चलना चाहते हैं। वो हार रहे हैं बहुत बुरी तहर से इसलिए अपने फेस सेविंग के लिए इस तरह की बात कर रहे हैं। ताकि जब हार जाएंगे तो आलाकमान को बता सकें कि इस वजह से हम हारे।
भूपेश बघेल ने बताया कि विशेष सत्र की इच्छा राज्यपाल ने खुद जताई थी। इसलिए कल पूरे दिन आरक्षण संशोधन विधेयक पर चर्चा हुई। लंच ब्रेक भी नहीं हुआ। हमें राज्यपाल पर पूरा विश्वास है वो देर नहीं करेंगी हस्ताक्षर करेंगी। हमारे मंत्री विधेयक लेकर राजभवन गए। राज्यपाल को हाथों हाथ दिए हैं, किसी के द्वारा भेजा गया हो ऎसा नहीं है। अब कब हस्ताक्षर होकर आएगा देखने की बात है।
आरएसएस पर बोला हमला
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आरएसएस को महिला विरोधी बताया है। उन्होंने कहा कि आरएसएस में कोई महिला विंग ही नहीं होता। आज तक कोई महिला सरसंघचालक, सह कार्यवाहक ऐसे पदों पर नहीं पहुंची। इनकी तो मानसिकता ही महिला विरोधी है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि, हम तो जय सिया राम बोलते हैं। राहुल गांधी ने ठीक कहा है, आरएसएस तो महिला विरोधी ही है, वहां महिलाएं कहां है! दरअसल ये कहकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राहुल गांधी के एक बयान का समर्थन कर रहे थे। आरएसएस को लेकर उन्होंने एमपी में जारी भारत यात्रा की सभा में कुछ बातें कही हैं।
