दुर्ग (छत्तीसगढ़)। जिले की सीमा पर स्थित कुम्हारी में गुरुवार को हुई एक ही परिवार के 4 सदस्यों की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली। इस मामले में पुलिस ने मृतक के छोटे भाई और उसके अन्य दो साथियों को अपनी गिरफ्त में लिया है। भाई की हत्या का कारण उसकी संपन्नता और अय्याश प्रवृति का होना सामने आया है। वहीं उसकी पत्नी व बच्चों की हत्या आरोपियों ने अपनी पहचान छुपाने के लिए कई थी। आरोपी मौके से नगदी रकम के साथ सोने-चांदी के जेवरात लेकर भी चंपत हो गए थे। सामूहिक हत्याकांड की इस वारदात को घटना के 30 घंटों के भीतर सुलझाते हुए पुलिस 2 आरोपियों को ओडिशा से पकड़कर लाई है।
आपको याद दिला दें कि कुम्हारी थाना प्रभारी सुधांशु बघेल को 29 सितंबर गुरुवार की प्रातः कुम्हारी के कपसदा खार की टंडन बाड़ी में एक व्यक्ति के मृत हालत में होने की सूचना मिली थी। मौके पर पहुंचने पर बाडी के मुख्य द्वार से कुछ कदमों पर मृत व्यक्ति दिखाई दिया। वहीं घर के अंदर एक युवती व दो बच्चों के शव बरामद किए गए। मृतक परिवार का मुखिया भोलानाथ यादव, मृतका उसकी पत्नी नैला यादव तथा उनके 12 व 7 साल के बच्चे निकले।
सामूहिक हत्या की इस जघन्य वारदात को गंभीरता से लेते हुए एसपी डॉ अभिषेक पल्लव के निर्देश पर एएसपी सिटी संजय ध्रुव, डीएसपी कौशलेंद्र देव पटेल, डीएसपी (क्राईम) नसर सिद्वीकी के नेतृत्व में आरोपियों की पतासाजी के लिए टीम का गठन किया गया। घटनास्थल पर उपस्थित ग्रामीणों से मौका परिस्थिति संदेही के संबंध में पूछताछ की गई। जिसमें यह जानकारी सामने आई कि घटना की रात से गांव के दो व्यक्ति आकाश मांझी, टीकम दास धृतलहरे का नदारद है। दोनों व्यक्तियों के मोबाइल नंबर हासिल कर उनकों ट्रेकिंग सिस्टम में रख दिया गया। वहीं 30 सितंबर को मृतक के परिजनों से कथन आदि वैधानिक कार्यवाही हेतु थाना प्रभारी कुम्हारी सुधांशु बघेल के नेतृत्व में टीम मृतक के माता पिता एवं भाई किस्मत यादव के घर रवाना की गयी।
पूछताछ में मृतक का छोटा भाई किस्मत यादव के कथन पर टीम को संदेह हुआ और उससे सख्ती से पूछताछ की गई। जिसमें इस जघन्य हत्याकांड का खुलासा हुआ। किस्मत यादव ने बताया कि उसका भाई काफी संपन्न था, लेकिन अपने माता-पिता व परिवार की देखभाल की अनदेखी करता था। साथ ही अपने दोस्त आकाश माझी के साथ शराबखोरी और अन्य महिलाओं के साथ अवैध संबंध बनाने की प्रवृत्ति रखता है। महिलाओं से संबंध बनाने वह ओडिशा के किसी बाबा से आकाश मांझी के माध्यम से मोहनी भी मंगाया करता था। उसकी इन हरकतों के कारण किस्मत यादव उससे रंजिश रखने लगा।
आकाश मांझी से मृतक भोलानाथ यादव के संबंध बिगड़ने पर छोटे भाई किस्मत यादव ने आकाश के साथ निकटता और मेलजोल बढ़ाया। दोनो ने मृतक भोलानाथ यादव की कटूता, वैमनस्यता तथा लडाई झगडे का बदला लेने एकमत होकर योजना बनाई। किस्मत ने आकाश व टीकम के साथ 29 सितंबर की दोपहर को पैसे मिलाकर शराब सेवन किया गया। देर शाम शराब सेवन के के बाद आरोपी भोलानाथ से पैसे की मांग करने पहुंचे। भोलानाथ द्वारा आरोपीगणों को गाली-गुफ्तार कर भगा देने पर हत्या की योजना तैयार की गयी। 29 सितंबर की रात आरोपीगण मृतक के रेघा बाडी निवास स्थल पहुंचकर मृतक बडे भाई भोलानाथ को आवाज देकर बुलाया। मृतक मुख्य द्वार के पास आने पर फिर से उससे पैसे की मांग की गयी। जिस पर भोलानाथ द्वारा आक्रोशित होकर गाली-गलौज की गई। तब किस्मत यादव, आकाश मांझी एवं टीकम दास धृतलहरे ने भोलानाथ के साथ मारपीट प्रारंभ कर दी। मृतक द्वारा उन्हें देख लेने और लगातार गाली-गलौज करने पर किस्मत यादव द्वारा खेत के निकट ही पडे कुल्हाडी को उठाकर मृतक भोलानाथ के माथे पर वार किया गया। इसी दौरान आकाश मांझी द्वारा खेत में ही स्थित सब्बल तथा आरोपी टीकम द्वारा फसल काटने के पटटे से मृतक भोलानाथ यादव के सिर पर लगातार वार किया। भोलानाथ यादव मुख्य द्वार से कुछ कदम दूरी चित हालत में ढेर हो गया।
घटना के दौरान मृतक के चिखने चिल्लाने पर मृतक की पत्नी नैला यादव द्वारा गेट के रास्ते पर आने पर आरोपीगण द्वारा मृतक की पत्नी का भी पीछा किया गया। मृतिका नैला यादव द्वारा घर में प्रवेश कर बचाव का प्रयास किया गया। लेकिन आरोपियों ने मृतिका पर घर के प्रवेश द्वार पर ही हमला कर सिर पर वार किया गया। जिससे मृतक की पत्नी नैला यादव घर के प्रवेश द्वार में ही गिरकर मृत्यु हो गई। उसी कमरे में मृतक एवं मृतिका के बच्चे सोये थे जो घटना की आवाज सुनकर तथा देखकर अंतिम कमरे रसोई की ओर भागे, आरोपीगण स्वयं के पहचान के डर से अपने भाई भोलानाथ यादव के बच्चों को सिर में आघात पहुंचाकर निर्मम हत्या कर दी। हत्या के उपरांत आरोपी मृतक के घर के मंदिर कमरा में स्थित आमलारी से नगद रकम 7,92,400/- एवं कुछ सोने चांदी के जेवर लेकर फरार हो गयेें।
आरोपी आकाश मांझी व टीकम दास घटना के बाद उड़िसा भाग गये थे जिन्हे पुलिस टीम द्वारा भवानीपट्टना उड़िसा में घेराबंदी कर पकड़ा गया। आरोपियों से पृथक-पृथक पूछताछ करने पर तीनो साथ मिलकर हत्या की घटना को अंजाम देना स्वीकार किया जिससे अरोपियों की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त आलाजरब एवं खुन लगे कपड़े व नगदी रकम जब्त कर लिया गया है। इस मामले में आरोपी किस्मत यादव (33 वर्ष) निवासी ग्राम कपसदा, आकाश मांझी (35 वर्ष) निवासी ग्राम कपसदा तथा टीकम दास घृतलहरे (49 वर्ष) निवासी ग्राम कपसदा के खिलाफ पुलिस द्वारा कानूनी कार्रवाई की गई है।