मनरेगा श्रमिकों ने मनाया रोजगार दिवस, दुर्ग जिले में महिलाओं की भागीदारी प्रदेश में अव्वल

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना में कार्यरत महिलाऐं राज्य में प्रथम स्थान में कार्य कर रही है। आज योजना का रोजगार दिवस आयोजन किया गया जिसमें अभी इस वित्तीय वर्ष 2022-2023 में कुल महिलाओं मजदूरों की संख्या 65 हजार 4 सौै 33 है। जिसमें मानवदिवस 12 लाख 73 हजार 7 सौ 74 महिला मानव दिवस उपलब्ध कराया गया है।

आज सभी पंचायत ग्राम सभा के माध्यम से रोजगार दिवस आयोजित किया गया जिसमें योजना से संबंधित जानकारी दी गई। साथ ही वर्ष के दौरान निर्माण कार्याे, अधिक से अधिक श्रमिकों को मनरेगा अंतर्गत रोजगार प्राप्त करने पर भी जानकारी दी गई। बता दें कि विकासखण्ड पंचायतों में श्रममूलक पर्याप्त कार्य स्वीकृत है, जिसके तहत मांग अनुसार निरंतर श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है। मजदूरो का 15 दिवस बैक खाते के माध्यम से भुगतान की रोजगार दिवस के अवसर पर विस्तार से जानकारी उपलब्ध कराई गई ।योजना के माध्यम से वित्तीय वर्ष 2022-23 102161 कुल परिवार सूचीबद्ध है। जिसमें से 70412 परिवारों को रोजगार दिया जा चुका है। 18 लाख 83 हजार 7 सौ 10 मानव दिवस सृजित किया गया है। वर्तमान में वृक्षरोपण कार्य, पशु शेड, नवीन पंचायत भवन, आंगनबाडी, उचित मूल्य की दुकान, गौठान में शेड निर्माण इत्यादि कार्य निरंतर चल रहे ।

मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अश्विनी देवांगन ने बताया कि रोजगार दिवस के अवसर पर मनरेगा के प्रावधनों के साथ-साथ विभिन्न प्रकार के निर्माण कार्य में कोविड टीकाकरण कराने तथा इसी प्रकार वित्तीय वर्ष 2022-23 में जिला दुर्ग में जिला दुर्ग में 67.62 प्रतिशत महिला मजदूर कार्य कर रही है। सृजित महिला मानवदिवस 79 हजार 5 सौ 63 महिला को कार्य कर रही है। दुर्ग जनपद पंचायत में 82.56 प्रतिशत, धमधा जनपद पंचायत 58.75 प्रतिशत, पाटन जनपद पंचायत 64.05. प्रतिशत महिलाओं की भागीदारी रही है।