नई दिल्ली। बिहार में महागठबंधन सरकार का गठन हो चुका है, लेकिन आज सरकार को फ्लोर टेस्ट पास करना है। कार्यवाही शुरू होते ही स्पीकर ने विधानसभा को संबोधित करते हुए कहा कि मेरे खिलाफ कई आरोप लगाए गए, जिसके बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया। सभा की कार्यवाही शुरू होने पर स्पीकर विजय सिन्हा ने कहा कि इसलिए मैंने इस्तीफा नहीं दिया क्योंकि मैं जवाब देना चाहता था। विधानसभा के स्पीकर विजय सिन्हा ने कहा कि वो नियम के तहत ही काम कर रहे हैं और हमेशा नियमों के तहत ही काम किया है। उनके खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव असंवैधानिक है।
अब नीतीश सरकार को फ्लोर टेस्ट से गुजरना है। आज आयोजित किए गए विशेष सत्र के दौरान नई महागठबंधन सरकार शक्ति प्रदर्शन करेगी। महागठबंधन के पास बहुमत के आंकड़े (122) से अधिक यानी 164 विधायक हैं, जबकि भाजपा के पास 76 विधायक हैं।
बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद सबकी निगाहें इसी पर टिकी थीं कि क्या विधानसभा स्पीकर विजय सिन्हा इस्तीफ देंगे या नहीं। इससे पहले सत्ताधारी महागठबंधन ने उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया है। ऐसे में माना जा रहा था कि वो बिहार विधानमंडल के दो दिसवीय विशेष सत्र के शुरू होने के पहले स्पीकर पद से इस्तीफा दे देंगे। लेकिन तब उन्होंने साफ कर दिया कि वे ऐसा बिल्कुल नहीं करेंगे।
