बेमेतरा (छत्तीसगढ़)। डीएपी उर्वरक की अपर्याप्त उपलब्धता के चलते कालाबाजारी पर रोक लगाने प्रशासन द्वारा कार्रवाई प्रारंभ की गई है। उर्वरक का निर्धारित मूल्य से अधिक मूल्य पर विक्रय किये जाने कि संभावना के मद्देनजर जिले में संचालित निजी उर्वरक विक्रय केन्द्रो का उर्वरक निरीक्षको द्वारा निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान अनियमितता पाए जाने पर आधा दर्जन उर्वरक केंद्रों के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
निरीक्षण के दौरान डी.ए.पी. उर्वरक शासन द्वारा निर्धारित कीमत 1350 रू. प्रति बैग के स्थान पर 1600 रू. प्रति बैंग विक्रय किये जाने की शिकायत किसानो से प्राप्त होने पर विकासखंड बेमेतरा के उर्वरक विक्रय केन्द्र मेसर्स चन्द्राकांता एग्रो होम पाइंट दाढी, मुक्ता कृषि केन्द्र नवागांवकला, साहू कृषि केन्द्र कठौतिया, किसान कृषि केन्द्र बेतर, मॉ जगदम्बा कृषि केन्द्र दाढी एवं विकासखंड साजा के वर्मा कृषि केन्द्र थानखम्हरिया के के खिलाफ विक्रय पर प्रतिबंध लगाए जाने की कार्रवाई की गई।
साथ ही उर्वरक विक्रय की कालाबाजारी रोकने हेतु एवं कृषको को जागरूक करने ‘कृषको का अधिकार’ शीर्षक के अंतर्गत 8 बिन्दुओ से संबंधित जानकारी जिले के प्रत्येक निजी उर्वरक विक्रय प्रतिष्ठानो पर प्रदर्शित किया गया है। वहीं कृषको को निजी उर्वरक विक्रेताओ द्वारा डी.ए.पी. उर्वरक के निर्धारित मूल्य से अधिक मूल्य पर विक्रय अथवा जैव प्रेरक एवं अन्य अवांछित सामाग्री लादन के रूप में विक्रय किये जाने के निगरानी हेतु प्रत्येक निजी उर्वरक विक्रय प्रतिष्ठानो में जिले के समस्त मैदानी अमलो की ड्यूटी लगायी गई है।
