दुकान का कब्जा नहीं मिलने से परेशान दंपति ने किया आत्मदाह का प्रयास, पुलिस पर उदासीनता का आरोप

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। कलेक्टोरेट में आज दोपहर एक दंपति द्वारा आत्मदाह का प्रयास करने से हडकंप मच गया। पुलिस ने किसी प्रकार स्थिति को काबू में लिया और दंपति को आत्मदाह करने से रोका। भिलाई निवासी दंपति दुकानों पर किए गए बेजा कब्जा को मुक्त कराने में पुलिस द्वारा उदासीनता बरतें जाने से नाराज है। दंपति अपने साथ पैट्रोल लेकर पहुंचा था। पुलिस किसी प्रकार उनके कब्जें से पैट्रोल को लिया। आरोप है कि इस समस्या से दंपति पिछले 5 साल से परेशान है और बार बार शिकायत के बाद भी पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं की जा रही है।

पीड़ित दंपति भिलाई के आम्रपाली हाउसिंग बोर्ड निवासी है। दंपति संतोष पात्रो और मधुलिका पात्रो ने बताया कि भिलाई कैलाश नगर में वर्ष 1999 से अपना व्यवसाय संचालित था। यहां 4 दुकानों और एक वर्कशाप पर उनका मालिकाना हक रहा। वर्ष 2013 में उनकी पुत्री की मौत हो जाने परिवार व्यथित था। इसी दौरान वर्ष 2017 में कैलाश नगर निवासी विमल अग्रवाल द्वारा दुकानों का ताला तोड कर बेजा कब्जा कर लिया गया। जिसकी शिकायत जामुल थाना में की गई, लेकिन पुलिस द्वारा किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई। दंपति ने आरोप लगाया कि विमल अग्रवाल ने फर्जी तरीके से इस जमीन की रजिस्ट्री भी करवा ली है। उन्होंने बताया कि विमल अग्रवाल के रसूख के कारण पुलिस उसके खिलाफ किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं कर रही है। इस मामले को लेकर एसपी, मुख्यमंत्री से लेकर हर स्तर पर शिकायत कर दुकानों का कब्जा दिलाए जाने की फरियाद की जा चुकी है, लेकिन अब तक उन्हें कब्जा वापस नहीं मिला है। जिससे उनका परिवार भारी आर्थिक परेशानियों का सामना कर रहा है। पुलिस व प्रशासन की इस उदासीनता से परेशान होकर दंपति ने कलेक्टोरेट में आत्मदाह का प्रयास किया।