रायपुर (छत्तीसगढ़)। नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के रायपुर प्रवास के उन्हें काले झंडे दिखाने को लेकर भारी विवाद हो गया। काले झंडे दिखाने के विरोध में भाजपा कार्यकर्ता कांग्रेसियों से भिड गए। नौबत मारपीट तक पहुंच गई। इसी दौरान पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने पुलिसवालों से जमकर गाली-गलौज की। जिसके बाद में उन्हें हिरासत में भी ले लिया गया। वहीं विधानसभा थाने में राजेश मूणत पर हाथ उठाए जाने की खबर सुनकर भाजपा के कार्यकर्ता गुस्से में हैं। उनके द्वारा थाने में तोड़फोड़ किए जाने की खबर है।
बताया जा रहा है कि नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया सिंधिया की अगवानी करने भाजपा कार्यकर्ता एयरपोर्ट पहुंचे थे। बाइक रैली के साथ उन्हें लेकर रायपुर की ओर रवाना हुए। रास्ते में माना-व्हीआईपी रोड के पास कांग्रेसी नेता सिंधिया को काले झंडे दिखाने की तैयारी में थे। इसी बात को लेकर दोनों दलों के नेताओं के बीच झड़प हो गई। खबर है कि कुछ कांग्रेसी नेताओं के साथ भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मारपीट की।
व्हीआईपी रोड पर तैनात पुलिसकर्मी ने बीच बचाव का प्रयास किया। इसके कुछ देर बार जेल रेड स्थित एक होटल के पास भारतीय जनता पार्टी के पूर्व मंत्री राजेश मूणत अपने समर्थकों के साथ वहां पहुंच गए। उन्होंने सिटी एसपी तारकेश्वर पटेल से कहा कि उन्होंने 15 साल छत्तीसगढ़ में राज किया है, इतना कहकर मूणत ने अपशब्दों का इस्तेमाल किया। पुलिस के रोके जाने के बाद भी मूणत अपने कार्यकर्ताओं के साथ आगे बढ़े, करीब एक से डेढ़ घंटे तक चले इस बवाली माहौल के बाद बीजेपी कार्यकर्ता भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यालय की ओर चले गए।
बाद बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारी राजेश मूणत को ढूंढने निकले। पता चला कि मंत्री रुद्र गुरू के घर के सामने मूणत और एक भाजपा कार्यकर्ता ने किसी कांग्रेसी की पिटाई कर दी है। वहां जब पुलिस वालों ने उन्हें घेरा तो मूणत के तेवर पहले तो ढीले पड़े और उन्होंने अधिकारियों से कहा कि यदि उन्होंने गाली दी है तो वे माफी चाहते हैं, लेकिन बाद में फिर वे भड़क गए। उन्होंने कहा कि शहर में बदमाशों को रोक नहीं पा रहे हैं, शराब का कारोबार खुलेआम चल रहा है और हम पर जोर दिखा रहे हैं। इसके बाद उन्हें पुलिस अपने साथ ले गई।
