दुर्ग (छत्तीसगढ़)। बाइपास स्थित उरला शराब भट्ठी के पास लगभग 22 दिनों पहले मिले युवक के शव की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। इस मामले में पुलिस ने हत्या के आरोप में चार भाईयों सहित 5 आरोपियों को पुलिस ने अपनी गिरफ्त में लिया है। आरोपियों ने मृतक द्वारा पैट्रोल डालकर आग लगा देने की धमकी दिए जाने से नाराज होकर इस वारदात को अंजाम दिया गया था। पुलिस ने हत्या की वारदात में प्रयुक्त चाकू को आरोपियों के कब्जें से बरामद कर कार्रवाई पश्चात उन्हें न्यायिक अभिरक्षा के तहत जेल भेज दिया है।
बता दें कि 8 नवंबर को बायपास स्थित उरला शराब भट्ठी के पास से एक युवक का शव मोहन नगर पुलिस ने बरामद किया था। शव मौके पर बरामदगी से दो-तीन पहले से पड़ा हुआ था और जानवरों ने उसके शरीर को नोच लिया था। बरामद शव की शिनाख्त शरीर पर बने टैटू एवं शरीर में पहने हुये कपड़ो से बांवे आवास उरला निवासी आकाश साहू के रुप में हुई थी। मौका-ए-वारदात पर सीसीटीवी केमरा नहीं होने और घटना का चश्मदीद गवाह नहीं होने से पुलिस को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी बद्रीनारायण मीणा के निर्देश पर एएसपी सिटी संजय ध्रुव तथा सीएसपी जितेन्द्र यादव डीएसपी क्राइम नसर सिद्दीकी के मार्गदर्शन में दुर्ग कोतवाली टीआई भूषण एक्का, मोहन नगर टीआई जितेन्द्र वर्मा साइबर सेल प्रभारी गौरव तिवारी के नेतृत्व में टीमों का गठन कर मामले की पड़ताल प्रारंभ की। मृतक आकाश साहू के परिजनों एवं संबंधितों, मृतक के दोस्तो एवं लडाई झगड़ा करने वालों के बारे में सभी पहलूओं की बारिकी से जांच कर पूछताछ की गई। सीन रिक्रियेट कर पूछताछ पर मिले संदेही बांवे आवास उरला सुजित मौर्या (23 वर्ष), उसके भाई सुधीर मौर्या (29 वर्ष) के साथ दीपक विश्वकर्मा पिता संतराम विश्वकर्मा (23 वर्ष), रेलवे कालोनी निवासी शुभम उर्फ मोनू शाह (21 वर्ष) के साथ राजकुमार शाह (30 वर्ष) को हिरासत में लेकर सघन पूछताछ की गई। शुभम और राजकुमार भी आपस में सगे भाई है। पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि हत्या की इस वारदात को 5 नवंबर को ही अंजाम दे दिया गया था। आकाश का उनसे विवाद हुआ था और उसने आरोपियों को पैट्रोल डालकर आग लगाने की धमकी दी थी। जिससे वे नाराज थे। सुजीत मौर्या के कहने पर आकाश की हत्या की योजना बनाई गई। आकाश को शराब पिलाने के बहाने आरोपी शराब भट्ठी ले गए। जहां आकाश के गले पर चाकू से वार कर दिया। घायल आकाश के जमीन गिरने के बाद आरोपी पैरों से उसको मारते रहे। मरने के बाद मौके से फरार हो गए थे।
पुलिस ने आरोपियों के कब्जें से हत्या में प्रयुक्त एक लोहे की धारदार चाकू , 02 मोटर सायकल जब्त कर लिया है।
अंधे कत्ल की इस वारदात को सुलझाने में मोहन नगर थाना एएसआई किरेन्द्र सिंह, कांस्टेबल मनीष अग्निहोत्री, क्रांति शर्मा, सनत भारती, अमर सिंह, सिविल टीम के हेड कांस्टेबल राजेन्द्र वानखेडे, कांस्टेबल जावेद खान, प्रदीप ठाकुर, तिलेश्वर राठौर, मो . फारूख चित्रसेन, धीरेन्द्र यादव, केशव साहू, जगजीत सिंह जग्गा, विक्रांत यदु ( सायबर सेल ) की विशेष भूमिका रही ।
