रायपुर (छत्तीसगढ़)। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री राजेंद्र साहू ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में धान खरीदी के लिए चार लाख गठान बारदाने की जरूरत है। केंद्र सरकार से अब तक सिर्फ 85 हजार गठान उपलब्ध कराए गए हैं। पीएंम आवास की राशि भी केंद्र सरकार से नहीं मिली है। उन्होंने पूछा है कि रमन सिंह, विष्णुदेव साय और सरोज सहित अन्य भाजपा नेता बताएं कि इन मुद्दों को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदेश के प्रमुख भाजपा नेता दिल्ली जाकर कब आंदोलन करेंगे।
राजेंद्र ने कहा कि प्रदेश के भाजपा नेताओं को बताना चाहिए कि छत्तीसगढ़ के किसानों का धान खरीदने केंद्र सरकार से पर्याप्त बारदानों की सप्लाई क्यों नहीं की गई। भाजपा नेता केंद्र सरकार से किसानों का उसना चावल खरीदने मांग क्यों नहीं कर रहे। पीएम आवासों के लिए फंड क्यों नहीं मिला। भाजपा नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने प्रदेश के हितों के लिए आवाज क्यों नहीं उठाते? इन मुद्दों पर भाजपा नेताओं की बोलती बंद क्यों हो जाती है।
रमन सिंह और सरोज पांडेय के बयानों पर प्रहार करते हुए राजेंद्र साहू ने कहा कि छत्तीसगढ़वासियों को खुशहाल बनाने की दिशा में भूपेश सरकार के फैसलों से भाजपा नेताओं को इतनी पीड़ा क्यों हो रही है? छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने हर वर्ग को राहत देने के लिए कई बड़े फैसले किये हैं। प्रदेश के हर वर्ग को आर्थिक रूप से संपन्न बनाने की दिशा में काम होने पर भाजपा नेताओं को इतनी तकलीफ क्यों है।
राजेंद्र ने कहा कि 15 साल तक धान घोटाला, चावल घोटाला, मोबाइल घोटाला, रतनजोत घोटाला जैसे दर्जनों घोटाले कर चुके भाजपा नेताओं ने छत्तीसगढ़ में विकास कम किया, घोटाले ज्यादा किये। केंद्र की मोदी सरकार ने भी जनता से सिर्फ खोखले वादे किये हैं। हरेक नागरिक के खाते में 15 लाख रुपए, किसानों की आय दोगुना करने, महंगाई कम करने, दो करोड़ लोगों को हर साल रोजगार देने जैसे वादों को भाजपा ने आज तक पूरा नहीं किया।
दूसरी ओर भूपेश सरकार ने सिर्फ तीन साल के अल्प कार्यकाल में ही किसानों का हजारों करोड़ का कर्ज माफ किया। पहली बार 25 सौ रुपए प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी की। भूमिहीन मजदूरों के लिए न्याय योजना लागू की। व्यापारियों, महिलाओं और युवाओं के हितों को ध्यान में रखकर योजनाएं लागू की हैं। प्रदेश की जनता भाजपा को पूरी तरह नकार चुकी है। अपनी राजनीति चमकाने के लिए ही वे ऐसी अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं। भाजपा नेता बेतुकी बयानबाजी करने की बजाय किसानों के हित में कुछ काम करें, तो बेहतर होगा।
