बिलासपुर (छत्तीसगढ़)। पुलिस को चिटफंड कंपनी के माध्यम से लोगों से करोड़ों की ठगी करने वाले दो कारोबारियों को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है। आरोपियों पर लगभग 21 करोड़ रुपए की रकम निवेशकों की हडपने का आरोप है। कारोबारियों के खिलाफ छत्तीसगढ़ के 17 जिलों में निवेशकों की पर जुर्म दर्ज है। मामले के फरार बीएन गोल्ड कंपनी के फरार आरोपियों को महाराष्ट्र के पुणे से बिलासपुर पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है। निवेशकों की रकम वापसी के लिए उनकी संपत्तियों की पतासाजी पुलिस कर रही है।
बता दें कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा चिटफंड कंपनियों के लुभावने वादों में आकर रकम गंवाने वाले निवेशकों की रकम वापस दिलाए जाने का अभियान चलाया जा रहा है। इसी अभियान के तहत बिलासपुर पुलिस को यह सफलता मिली है। चिटफंड के प्रकरणों के फरार आरोपियों की गिरफ्तारी करने एवं निवेशकों की धनवापसी की कार्रवाई करनेे एसपी दीपक कुमार झा के निर्देश पर कार्रवाई प्रारंभ की गई है। नोडल अधिकारी एएसपी रूरल रोहित कुमार झा द्वारा विभिन्न कंपनियों के विरुद्ध दर्ज चिटफंड के प्रकरणों में टीम गठित कर फरार आरोपियों की तलाश की जा रही हैं। इसी के तहत एक टीम बी एन गोल्ड के फरार आरोपियों की पतासाजी के लिए टीम को पुणे रवाना किया गया था। जहां से आरोपी अनिल शर्मा तथा आनंद निर्मलकर को हिरासत में लिया गया।
बीएन गोल्ड कंपनी के विरुद्ध बिलासपुर जिले में तारबहार, तखतपुर में धारा 409 ,420, 34 आईपीसी एवं चिटफंड कंपनी पाबंदी अधिनियम की धारा 3,4,5 एवं छत्तीसगढ़ निक्षेपको के हितों का संरक्षण अधिनियम की धारा 10 के अंतर्गत अपराध दर्ज है। वहीं बीएन गोल्ड कंपनी के विरुद्ध राज्य में कुल 17 अपराध दर्ज हैं। जिसके आरोपी अनिल शर्मा, आनंद निर्मलकर कई वर्षों से फरार थे ।
आरोपी आनंद निर्मलकर का पूर्व में 25 लाख रुपए की संपत्ति चिन्हित कर कुर्की कार्य हेतु कलेक्टर बिलासपुर और कलेक्टर जांजगीर को पत्राचार किया गया है जो प्रक्रियाधीन है। इसी प्रकार कोरबा में स्थित अचल संपत्ति अनुमानित कीमत 30 लाख चिन्हित कर कार्रवाई हेतु कलेक्टर को प्रेषित किया गया है। आरोपी अनिल शर्मा की अचल संपत्ति ग्राम ग्राम तारपोंगी तथा रायपुर में चिन्हित की गई है जिसमें आगे विधिवत कार्यवाही की जावेगी। गिरफ्तार आरोपियों से बारीकी से पूछताछ कर उनके नाम से ज्ञात अन्य संपत्तियों का भी चिन्हांकन कर अग्रिम कार्यवाही की जाएगी।
