स्वास्थ्य कर्मचारी संगठन ने किया प्रदर्शन, सरकार से की चुनाव के समय किए गए वायदों को पूरा करने की मांग

दुर्ग (छत्तीसगढ़) आनंद राजपूत। केन्द्र के समान मंहगाई भत्ता देने और अनियमित कर्मचारियों के नियमितिकरण सहित अन्य मांगों के समर्थन में आज छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के बैनर तले सांकेतिक प्रदर्शन किया गया। जिसमें शामिल कर्मचारी नेताओं ने राज्य सरकार से इन मांगों पर आगामी दिनों में होने वाली केबिनेट की बैठक में विचार कर निराकरण किए जाने की मांग की है। कर्मचारी नेताओं ने कहा कि चुनाव के दौरान कांग्रेस ने कर्मचारियों से ये सभी वायदे किए थे जिन्हें अब तक पूरा नहीं किया गया है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि प्रदेश के कर्मचारियों का स्वास्थ्य ठीक होगा तभी सरकार का भी स्वास्थ्य ठीक रह पाएगा।

इस मौके पर संगठन के प्रदेश महामंत्री सैय्यद असलम ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से प्रदेश के अधिकारी कर्मचारियों व पेंशनर्स को केन्द्र के समान महंगाई भत्ता दिए जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ प्रदेश की कैबिनेट बैठक मे एजेंडा को शामिल कर इसका त्वरित निराकरण किया जाए। उन्होंने बताया कि वर्तमान मे प्रदेश के अधिकारी व कर्मचारियों को 17 प्रतिशत महंगाई भत्ता तथा पेंशनर्स को 12 प्रतिशत महंगाई भत्ता मिल रहा है। केंद्रीय कर्मचारियों को वर्तमान मे 31 प्रतिशत मंहगाई भत्ता मिल रहा है। वहीं उन्होंने मुख्यमंत्री से जीवनदीप समिति के कर्मचारियों को नियमित करने की मांग करते हुए सुझाव दिया की सभी अस्पताल में नवीन पद सृजित कर वर्षों से कार्यरत अनियमित कर्मचारियों को नियमित किया जा सकता है। संगठन के जिला अध्यक्ष राकेश तिवारी ने महंगाई भत्ता के साथ गृहभाडा भत्ता की दर संशोधित करने की मांग रखी। उन्होंने बताया वर्तमान मे पुराने वेतनमान के अनुसार मकान किराया मिलता है। इस दर पर शहर में किराए पर मकान मिलना संभव नहीं है। जिससे कर्मचारियों को अतिरिक्त आर्थिक बोझ का सामना करना पड़ रहा है। प्रदर्शन के दौरान स्वास्थ्य कर्मचारी संतोष सोनी, बी एल वर्मा, गोविंद स़िह, अजय नायक, सत्येन्द्र गुप्ता, गणेश राम भूआर्य, विवेक कापरे, समरेश पटैरिया, गंगा बाई, सरस्वती चंदाकर, नरेश आदि उपस्थित रहे।