वीडियो : नैनीताल से लौटे यात्रियों ने कहा फिल्म केदारनाथ में त्रासदी को फील किया था, यहां साक्षात देखा

दुर्ग (छत्तीसगढ़) आनंद राजपूत। उत्तराखंड में हुई भारी बारिश और भूस्खलन में फंसे यात्रियों की आज दुर्ग वापसी हो गई है। सभी यात्री समता एक्सप्रेस से आज सवेरे यहां पहुंचे। रेलवे स्टेशन पर ट्रेन से उतरने पर उनकी आंखों में जीत की खुशी और आंसू दिख रहे थे। अपने अनुभवों को साझा करते हुए उन्होंने बताया कि फिल्म केदारनाथ में फिल्माई गई त्रासदी को देख कर उन्होंने महसूस किया था। इस त्रासदी का साक्षात दर्शन उन्होंने नैनीताल में हुई भीषण वर्षा और भूस्खलन के बीच फंस कर कर भी लिया। उन्होंने बताया कि प्रकृति के इस कहर के बीच भी सभी साथियों ने अपना धैर्य बनाए रहा और हर परिस्थिति का सामना किया। यात्रियों ने बताया कि सरकार से मिली मदद से नई दिल्ली पहुंचने पर उन्होंने राहत की सांस ली। उन्होंने वापसी व दिल्ली में ठहरने की सरकार द्वारा किए गए प्रबंधों की सराहना करते हुए कहा कि उनकी वापसी छत्तीसगढ़ वासियों की प्रार्थना व शुभकामनाओं के कारण संभव हो पाई है। इसके लिए सभी यात्रियों ने तहेदिल से सभी को धन्यवाद दिया।

बता दें कि छत्तीसगढ़ के दुर्ग से 55 यात्रियों का दल घूमने उत्तराखंड के पर्यटन स्थल नैनीताल गया हुआ था। जहां भीषण बारिश के कारण हुए भूस्खलन से ये लोग बीच रास्ते में फंस गए थे। इन यात्रियों में 44 महिलाएं, 5 पुरुष व 4 बच्चे शामिल थे। नैनीताल के कैंची धाम में भूस्खलन के कारण फंसे इन लोगों ने फोन के माध्यम से अपने भिलाई दुर्ग निवासी परिजनों से मदद की गुहार लगाई थी। परिजनों ने सांसद विजय बघेल व विधायक देवेन्द्र यादव से मुलाकात कर सहयोग की अपील की थी। इस स्थिति की जानकारी मिलने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने के निर्देश पर शासन स्तर से लेकर जिला प्रशासन के अधिकारी हरकत में आ गए थे। उन्होंने उत्तराखंड सरकार के अधिकारियों से संपर्क कर यात्रियों की सकुशल वापसी व्यवस्था कराई। यात्री सड़क मार्ग से नई दिल्ली पहुंचे। जहां उनके ठहरने की व्यवस्था छत्तीसगढ़ भवन में की गई थी। जिसके बाद समता एक्सप्रेस से दुर्ग वापसी हुई।