रविन्द्र चौबे ने डॉ. रमन सिंह के कवर्धा दौरे पर उठाए सवाल, कहा भाजपा की दोषी मानसिकता उजागर

कवर्धा (छत्तीसगढ़) जयराम लोधी। कवर्धा में झंडा लगाने के नाम पर दो पक्षों के बीच विवाद अब शांत होता नजर आ रहा है। कलेक्टर रमेश कुमार शर्मा ने कलागू कर्फ्यू में आंशिक छूट प्रदान कर दी है। इसके बावजूद राजनैतिक सरगर्मियां तेजी से जारी है। प्रदेश की सरकार और विपक्ष एक दूसरे पर तीखे आरोप लगा रहे हैं। इसी बीच पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के कवर्धा दौरे पर कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने तंज कसा है। उन्होंने कहा कि इसके पीछे बीजेपी की दोषी मानसिकता स्पष्ट रुप से नजर आती है।

मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि कवर्धा की घटना में जिनके भी हाथ हैं, उनके खिलाफ सरकार सख़्त से सख़्त कार्रवाई करेगी। जेल जाने की बात कहना, भाजपा के गिल्ट को दिखाता है। हर पार्टी को आंदोलन और प्रदर्शन करने का अधिकार है, लेकिन सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने वाली घटनाओं पर राजनीति करना गलत है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के दूसरे राज्यों के दौरों पर किए जा रहे विपक्ष के तंज़ पर छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ का किसान मॉडल देशभर में चर्चित हो गया है। इस मॉडल की देशभर में तारीफ हो रही है।अपने किसान समर्थित कार्यों से भूपेश बघेल उनकी आवश्यकता बन चुके हैं।
पीड़ितों के साथ है खड़े – रमन सिंह
इसके पहले प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह कवर्धा पहुंचे। इस दौरान उन्होंने पहले तो अपने निवास में आए पीड़ितों के परिजनों से मुलाकात की उनसे हालचाल जाना और उन्हें सांत्वना दी। इसके बाद दुर्गेश देवांगन के घर गए। जहां उन्होंने उनके परिजनों से मुलाकात की। परिजनों ने बताया कि उनका बेटा घटना की तारीख से आज तक गायब है, कहां है, कब आएगा? उसका पता नहीं है।
पीड़ित परिजन ने रमन सिंह मांग की है कि वह उनके पुत्र को इंसाफ दिलाएं। इस पर रमन सिंह ने कहा कि वे उनके साथ खड़े हैं। उनके साथ इंसाफ जरूर होगा और इंसाफ के लिए उन्हें न्यायालय भी जाना पड़े तो वे उनके साथ है। दौरे के दौरान रमन सिंह ने वर्तमान सरकार पर एकपक्षीय कार्रवाई का भी आरोप लगाया। उल्टा पीड़ित पक्ष पर कार्रवाई और निर्दोष लोगों को गिरफ्तार किए जाने का भी आरोप लगाया। सिंह ने कहा कि आज तक उन्होंने कवर्धा में ऐसी आतंक और भय की स्थिति निर्मित होते नहीं देखी है। मामले में तात्कालिक रूप से कार्रवाई होती तो विवाद इतना नहीं बढ़ता।