दुर्ग (छत्तीसगढ़) आनंद राजपूत। छत्तीसगढ़ जुझारू आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका संघ द्वारा आज अपनी छह सूत्रीय मांगों के समर्थन में प्रदर्शन किया। सरकार पर उनकी मांगों की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए संगठन ने मांगों का निराकरण जल्द नहीं किए जाने पर चरणबद्ध आंदोलन प्रारंभ करने की चेतावनी संगठन ने दी हैं। संगठन का आरोप है कि अपनी लंबित मांगों के निराकरण के लिए लंबे समय से संघर्ष किया जा रहा है, लेकिन किसी भी मांग के निराकरण के लिए सकारात्मक पहल नहीं की जा रही है।
जिला अध्यक्ष गीता बाघ ने बताया कि यह एक दिवसीय धरना कार्यक्रम आंदोलन राष्ट्रीय संगठन आइफा के आव्हान पर आहुत किया गया था। इससे पूर्व मांगों समर्थन में कार्यकर्ताओं द्वारा 9 सितंबर को निर्जला उपवास रख सरकार का ध्यान आकर्षित करने का प्रयास किया था, लेकिन इसका असर नहीं हुआ। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं को कलेक्टर दर पर मानदेय प्रदान करने का वादा किया था। जिस पर अब तक अमल नहीं किया गया है। उन्होंने इस घोषणा पर तत्काल अमल कर कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं को राहत प्रदान करने मांग की। इसके अलावा हड़ताल व बर्खास्तगी अवधि का मानदेय दिए जाने, केंद्र सरकार द्वारा की गई बढ़ोतरी राशि 1500 रुपए पर एरियर्स प्रदान करने, पर्यवेक्षक भर्ती तत्काल प्रारंभ करने, पदोन्नति प्रदान किए जाने की मांग उन्होंने की है। साथ ही सेवा समाप्ति पर कार्यकर्ता को 5 लाख रुपए व सहायिकाओं को 3 लाख रुपए प्रदान किए जाने, मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों को पूर्ण केंद्र के रूप में संचालित करने तथा पोषण ट्रेकर अभियान के लिए मोबाइल व नेट डाटा की सुविधा उपलब्ध किए जाने की मांग भी की गई है।
